सोचता हूं अब उसे याद नही करूंगा
फिर सोचता हूं ये फर्क तो रहने दूं हम दोनो मे ।
सोचता हूं अब उसे याद नही करूंगा
फिर सोचता हूं ये फर्क तो रहने दूं हम दोनो मे ।
तूने हमें छोड दिया कोई बात नहीं हम दुआ करेंगे
कोई तुझे ना छोडे किसी और के लिए
तु बदनाम ना हो ईसीलिए जी रहा हु
मै वरना तेरी चौखट पे मरने का ईरादा रोज होता है
छू ना सकूं आसमान तो ना ही सही दोस्तों
आपके दिल को छू जाऊं बस इतनी सी तमन्ना है
हम मतलबी नहीं कि चाहने वाले को धोखा दें
बस हमें समझना हर किसी के बस की बात नही
काश तू यूं हर सुबह याद ना आती
ज़िस्म से रुखसत होने को रुह को फ़ुर्सत तो मिल जाती
तेरे पास जो है उसकी कद्र कर और सब्र कर
यहां तो आसमान के पास भी खुद की जमीन नहीं
इतना याद न आया करो कि रात भर सो न सकें
सुबह को सुर्ख आँखों का सबब पूछते हैं लोग
अच्छा_सुनो.....
मुझे बस इतना बता दो...
.
इंतजार करू या बदल जाऊ तुम्हारी_तरह...
!!
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सुना है की समन्दर को बहुत गुमान आया है,,.
उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान आया है.,.!!!
उसके हाथ मेँ थे, मेरे खत के हज़ार
टुकङे..... मेरे एक सवाल का वो कितने
जवाब लाई थी
ना समेट सकोगे कयामत तक जिसे तुम
कसम तुम्हारी तुम्हें इतनी मुहब्बत करते हैं
माना की तेरे प्यार का में मालिक नहीं,
पर कीरायेदार का भी कुछ हक्क तो बनता हैं !!
ऐ जिन्दगी! जा कर ढूंढ़, कोई खो गया है मुझसे
वो न मिला तो सुन, तुझे भी ख़ुदा हाफिज
कन्हैया इतनी मनमानियाँ भी अच्छी नहीं होती
तुम सिर्फ अपने ही नहीं मेरे भी हो