सुना है आजकल तेरी मुस्कराहट गायब हो गई है
तेरी इजाजत हो तो फिर से तेरे करीब आऊँ

अजीब मुकाम पर ठहरा है काफिला जिंदगी का
सुकून ढूँढ़ने चले थे और नींद ही गँवा बैठे

सरकार ढूंढ-ढूढ कर सिर्फ काले धन वालो को ही पकड़ रही है
काले मन वाले निश्चिन्त रहें

आजकल की लड़कीया अगर गंगा स्नान करने जाये.....
तो पहले फोटो खींचकर स्टेटस अपडेट करेंगी ....
Bathing @ गंगा...
feeling #पवित्र😂😂

हमारे रुतबे का तुम क्या अंदाजा लगा पाओगे
हम किसी महफिल में कुछ गलत भी कह दे तो
लोग कहते है नहीं नहीं साहब सही हैं

रातें गुमनाम होती है दिन किसि के नाम होता है
हम ज़िंदगी कुछ इस तरह जीते है की हर लम्हा सिर्फ़ दोस्तों के ही नाम होता है

जान पहचान होते ही लड़को को लड़की को WhatsApp पर Add करने की इतनी जल्दी होती है
मानों होने वाली बीवी का राशनकार्ड में नाम चढ़वाना हो

एक चिड़िया ने एक खेत में खड़ी फसल के बीच घोंसला बना कर अंडे दिए। उनसे ‪#‎समय‬ आने पर दो बच्चे निकले। चिड़िया दाना चुगने के लिए रोज जंगल जाती। इस बीच उसके बच्चे अकेले रहते थे।
चिड़िया लौटती तो बच्चे बहुत खुश होते और उसका लाया चुग्गा खाते।
एक दिन चिड़िया ने देखा बच्चे बहुत डरे हुए हैं।
उन्होंने बताया- आज खेत का मालिक आया था। वह कह रहा था कि फसल पक चुकी है। कल बेटों से खेत की कटाई के लिए कहेगा। इस तरह तो हमारा घोंसला टूट जाएगा फिर हम कहां रहेंगे?
चिड़िया बोली- फिक्र मत करो, अभी खेत नहीं कटेगा।
अगले दिन सच में कुछ नहीं हुआ और बच्चे बेफिक्र हो गए।
एक हफ्ते बाद चिड़िया को बच्चे फिर डरे हुए मिले।
बोले- किसान आज भी आया था। कह रहा था कि कल नौकर को खेत काटने को कहेगा।
इस बार भी चिड़िया ने बच्चों से कहा- कुछ नहीं होगा, डरो मत।
अगले हफ्ते बच्चों ने बताया कि ‪#‎किसान‬ आज फिर आया था और कह रहा था कि फसल की कटाई में बहुत देर हो गई है। कल वह खुद ही काटेगा।
यह सुनकर चिड़िया बच्चों से बोली- कल खेत कट जाएगा।
वह बच्चों को तुरंत एक सुरक्षित घोंसले में ले गई।
हैरान बच्चों ने पूछा- मां तुमने कैसे जाना कि इस बार खेत सचमुच कटेगा?
चिड़िया बोली- जब तक ‪#‎इंसान‬ किसी काम के लिए दूसरों पर निर्भर रहता है, उसके संपन्न होने में संदेह रहता है। लेकिन जब वह काम को खुद करने की ठान लेता है तो जरूर पूरा होता है। किसान ने जब खुद खेत काटने की सोची, तभी तय हुआ कि अब खेत जरूर कट जाएगा।
"परछाई से तात्पर्य अपनी पहचान और आस्तित्व से हैं"

तुम भी online मैं भी online..छुप छुपकर देख रहे है..
नो typing.. नो typing..

बच्चे जब बड़े हो जाते है
बाप के सर पर खड़े हो जाते है

Attitude तो बचपन से है
जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसीसे बात नही की

सुनो तुम चाय अच्छी बनाती हो पर
मुंह बनाने मे भी तुम्हारा कोई जवाब नही

ज़ख़्मों के बावजूद मेरा हौसला तो देख
तू हँसी तो मैं भी तेरे साथ हँस दिया

वो तो अंग्रेजो की औलादो ने शुरू किया Hi Hello
वरना हम तो sita ram से पुरा भारत कवर कर देते

छीन कर खाने वालों का कभी पेट नहीं भरता
बांट कर खाने वाले कभी भूखे नहीं रहते