उस शक्श से फ़क़त इतना सा ताल्लुक हैं मेरा !!
वो परेशान होता है तो मुझे नींद नही आती है !!
उस शक्श से फ़क़त इतना सा ताल्लुक हैं मेरा !!
वो परेशान होता है तो मुझे नींद नही आती है !!
न जाने दिल क्यों खिंचा चला जाता है आपकी तरफ
क्या आपने भी मुझे पाने की दुआ मांगी है
सिमट गया मेरा प्यार भी चंद अल्फाजों में,
जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं…
इश्क के रिश्ते भी बड़े नाजुक होते है दोस्तो
रात को नम्बर बिजी आने पर भी टूट जाते है
अब कहा जरुरत है हाथों मे पत्थर उठाने की
तोडने वाले तो जुबान से ही दिल तोड देते हैं
मत पूछो ये इश्क़ कैसे होता है,,
बस जो रूलाता है उसी को गले लगा कर रोने को जी चाहता है !!
मेरी ज़िंदगी तो गुज़री तेरे हिज्र के सहारे; मेरी मौत को भी प्यारे कोई चाहिए बहाना।
ऐ इश्क़ दिल की बात कहूँ तो बुरा तो नहीं मानोगे
बड़ी राहत के दिन थे तेरी पहचान से पहले
मेरी हँसी में भी कई ग़म छुपे हैं डरता हूँ
बताने से कहीं सबका प्यार से भरोसा न उठ जाए
काँटा हूँ मैँ जिसे चुभता हूँ उसी का हो जाता हूँ
फूल नही जो हर भँवरे को चूमता फिरुँ
किसी भी मोड़ पर अगर हम बुरे लगें
तो ज़माने को बताने से पहले एक बार हमें जरुर बता देना
ऐ इश्क़ दिल की बात कहूँ तो बुरा तो नहीं मानोगे
बड़ी राहत के दिन थे तेरी पहचान से पहले
तेरे वादे तु ही जाने मेरा तो आज भी वही कहना है
जिस दिन साँस टूटेगी उस दिन आस छूटेगी
इतना भी ना तडपाओ मुझे.
मैँ तो वही शक्स हुँ ना जिससे तुम्हे कभी मोहब्बत हुआ करती थी.
रोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने को,
मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है क़िस्मत
मेरी...