वो हमको पत्थर और खुद को फूल कह कर मुस्कुराया करते हैं
उन्हें क्या पता कि पत्थर तो पत्थर ही रहते हैं फूल ही मुरझा जाया करते हैं
वो हमको पत्थर और खुद को फूल कह कर मुस्कुराया करते हैं
उन्हें क्या पता कि पत्थर तो पत्थर ही रहते हैं फूल ही मुरझा जाया करते हैं
वो वक्त वो लम्हे अजीब होंगे दुनियाँ में हम खुश नशीब होंगे
दूर से जब इतना याद करते हैं आपको क्या हाल होगा जब आप हमारे करीब होगे
अगर आप के पास प्यार है तो आप को किसी और चीज़ की ज़रुरत नहीं है और अगर आपके पास प्यार नहीं है तो आपके पास कुछ भी हो वो मायने नहीं रखता।
आँखों मे आ जाते है आँसू
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो
जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है
मोहब्बत का इशारा याद रहता है; हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है; दो पल जो प्यार की बाहों में गुज़रे हों; मौत तक वो नज़ारा याद रहता है।
जिंदगी एक चाहत का सिलसिला है; कोई मिल गया तो कोई बिछड़ गया; जिसे हरपल मैंने माँगा दुआओं में; खुदा से मुझे वो बिना मांगे ही मिल गया।
ऐ दोस्त जब भी तू उदास होगा, मेरा ख्याल तेरे पास होगा, दिल की गहराईयों से जब भी करोगे याद हमें , तुम्हे हमारे करीब होने का एहसास होगा..
तेरी आवाज़ तेरे रूप की पहचान है
तेरे दिल की धड़कन में दिल की जान है
ना सुनूं जिस दिन तेरी बातें
लगता है उस रोज़ ये जिस्म बेजान है
प्यार को पंछी समझ के प्यार करो; और उस पंछी को पिंजरे से आज़ाद कर के देखो; अगर लौट के आए तो अपना है; अगर ना आए तो सोचना कभी अपना था ही नही।
मत बता मुझे मन्दिर और मस्जिद के रसूख़ की कहानी
मैं मज़दूर हूँ पता नहीं कितने अल्लाह और भगवान के ठिकाने इन हाथों ने बनाये होंगे
प्यासी आँखें तड़पता दिल जाते जाते साथ अपने इश्क़ का मंज़र तो ले जा
मेरे क़तल का शक़ जाएगा तुम पर मेरे पहलु से अपना खंज़र तो ले जा
तराशा है उनको बड़ी फुर्सत से
जुल्फे जो उनकी बादल की याद दिला दे
नज़र भर देख ले जो वोह किसी को
नेकदिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो
यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का
न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो
खुदा से क्या माँगु तेरे वासते,
सदा खुशीयाँ हो तेरे रास्ते,
हँसी तेरे चहरे पे रहे इस तरह,
खुशबु फुल का साथ निभाती है जिस तरह..
...
किताबों में कहते हैं फूल तोडना मना है; बागों में कहते हैं फूल तोड़ना मना है; फूलों से कीमती चीज़ है दिल; कोई नहीं कहता दिल तोड़ना मना है।