परीक्षा विशेष शायरी: प्यासी निगाहों से जलता रहा मेरी चाहत का दियां; कुछ तो important बता दे मेरे यार मैंने अभी शुरू भी नहीं किया।

सोचिये की भौतिकी (Physics) आसान कैसे हो सकती थी; अगर; अगर ; अगर; सेब की जगह पेड़ गिरा होता और न्यूटन वहीँ निपट गया होता।

समंदर जितना सिलेबस है; नदी जितना पढ़ पाते हैं; बाल्टी जितना याद होता है; गिलास भर लिख पाते हैं; चुल्लू भर नंबर आते हैं; उसी में डूब कर मर जाते हैं।

लिखो तो EXAM में कुछ ऐसा लिखो; कि PEN भी रोने को मज़बूर हो जाये; हर ANSWER में भर दो दर्द इतना; कि चेक करने वाला भी DISPRIN खा कर सो जाये।

एक विद्यार्थी की दर्द भरी शायरी: स्टूडेंट्स के दर्द को यह स्कूल वाले क्या जाने; क्लास के रिवाज़ों से सब माँ-बाप हैं अनजाने; होती है कितनी तकलीफ एक पेपर लिखने में; ये दर्द वो पेपर चेक करने वाला क्या जाने।

क्या दिन थे क्या समय था
जब दोस्त कहते थे भाई भाभी आज नही आएगी

सच्चा दोस्त वो है जो फेल होने पे ताली दे... और पास होने पे गाली दे।

वो मुड़-मुड़ के देख रहे थे हमें; हम मुड़-मुड़ के देख रहे थे उन्हें; वो हमें हम उन्हें हम उन्हें वो हमें; क्योंकि परीक्षा में न उन्हें कुछ आता था न हमें!

लिखो तो एग्जाम में कुछ ऐसा लिखो; कि पेन भी रोने पर मजबूर हो जाये; हर उत्तर में वो दर्द भर दो; कि चेक करने वाला डिस्प्रिन खा के सो जाये।

कह दो पढ़ने वालों से कभी हम भी पढ़ा करते थे; जितने पाठ पढ़कर वो टॉप किया करते हैं; उतने पाठ तो हम छोड़ दिया करते थे।

अगर कोई लड़का परीक्षा में फेल हो जाये तो माँ तीन शब्द कहती है और जा घूमने । गर्लफ्रेंड भी तीन शब्द कहती है शर्म नहीं आती । और दोस्त भी तीन शब्द ही कहते हैं लेकिन दिल जीत लेते हैं . . . . . . . . . . . अबे तू भी ।

अगर प्रशन पेपर मुश्किल लगे या समझ में ना आये तो एक गहरी सांस लो और जोर से चिल्लाओ कमीनों फेल ही करना है तो . . . . . . इम्तेहान क्यों लेते हो?

33 मार्क्स की कीमत तुम क्या जानो लेक्चरर बाबू; बोर्ड का आशीर्वाद होता है 33 मार्क्स; विद्यार्थियों के सिर का ताज होता है 33 मार्क्स; फेलियर का ख्वाब होता है 33 मार्क्स।

जो लोग उठाते हैं हाथों में इश्क का झंडा; वही अक्सर पाते हैं एग्जाम में अंडा ।

अध्यापक: नेता जी आपका बेटा फेल हो गया है और आप लड्डू खिला रहे हो? नेता जी: 70 लड़कों की क्लास में 60 फेल हैं बहुमत तो मेरे बेटे के साथ है।