कभी भी ख़ुशी मे शायरी नहीं लिखी जाती है
ये वो धुन है जो दिल टूटने पर बनती है

क्या बात है सभी लोग चुप चाप बैठे हो।
कोई बात दिल पे लगी है या दिल लगा बैठे हो?

आज भर ली है हमने कलम में जख्मो का लहू ।
आज जी भर के शायरी पढ़ो ,बर्बाद हो गए हम

मैंने तो हमेशा ही तुझसे महोब्बत की है
तेरे ना मानने से हकीक़त नहीं बदलेगी

आज हिम्मत कर कै एक छोरी को प्रोपोज किया
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डाकण मुन्डा पै नटगी।😭😜😝u

बात तो सिर्फ जज़्बातों की है वरना
मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होती

तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर
वरना मैं अभी दे दूँ जिस्म से रूह निकालकर

अगर मालूम होता की इतना तड़पाता है इश्क
तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते

तहज़ीब में भी उसकी क्या ख़ूब अदा थी
नमक भी अदा किया तो ज़ख़्मों पर छिड़ककर

लिखा था राशि में आज खजाना मिल सकता हे
की अचानक गली में दोस्त पुराना दिख गया

सांसों ने छुआ जिस दिन से तेरी सांसों को
मेरी रातों की नींद हड़ताल पर चली गई

लिखा था राशि में आज खजाना मिल सकता हे
की अचानक गली में दोस्त पुराना दिख गया

इश्क़ पे मुक़दमा कर के क्या मिल जाएगा
हुश्न वालो को पकड़ो जो फसाद की जड़ है

उज़ड़ जाते है सर से पाव तक वो लोग
जो किसी बेपरवाह से बेपनाह मोहब्बत करते है

आज उसने बहुत अजीब सी बात कही तुम जिन्दगी हो मेरी
और मुझे जिन्दगी से नफरत है