अपने रिश्तों को बारिश की तरह न बनाये जो आये और चली जाये; बल्कि रिश्ते ऐसे बनाये जो हवा की तरह हमेशा आपके अंग संग रहें।
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अपने रिश्तों को बारिश की तरह न बनाये जो आये और चली जाये; बल्कि रिश्ते ऐसे बनाये जो हवा की तरह हमेशा आपके अंग संग रहें।
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