हम तो जी रहे थे उनका नाम लेकर वो गुज़रते थे हमारा सलाम लेकर
कल वो कह गये भुला दो हुमको हमने पुछा कैसे
वो चले गये हाथो मे जाम देकर

मेरे दिल के दर्द को किसने देखा है; मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है; हम तन्हाई में बैठे रोते हैं; लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है।

अजीब था उनका अलविदा कहना,
सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
बर्बाद हुवे उनकी मोहब्बत में,
की लुटा कुछ नहीं और बचा भी कुछ नही..!
#sam

जो लोग एक तरफा प्यार करते है अपनी ज़िन्दगी को खुद बर्बाद करते है
नहीं मिलता बिना नसीब के कुछ भी फिर भी लोग खुद पर अत्याचार करते है

बहुत हो चुका इंतेज़ार बहुत हो चुका इंतेज़ार उनका
अब और ज़ख़्म सहे जाते नही क्या बयान करें उनके सितम को
दर्द उनके कहे जाते नही

जिनको हमने चाहा इश्क़ की हदें तोड़ कर; आज उसने देखा नहीं निगाह मोड़ कर; ये जान कर बहुत दुख हुआ मुझे; कि वो खुद भी तन्हा हो गये मुझे छोड़ कर।

मेरे दिल में न आओ वरना डूब जाओगे; ग़म-ए-अश्कों के सिवा कुछ भी नहीं अंदर; अगर एक बार रिसने लगा जो पानी; तो कम पड़ जायेगा भरने के लिए समंदर।

दर्द से हम अब खेलना सीख गए; बेवफाई के साथ अब हम जीना सीख गए; क्या बतायें किस कदर दिल टूटा है हमारा; मौत से पहले हम कफ़न ओढ़ कर सोना सीख गए।

ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे; आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे; ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया; वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे।

आप भले ही पांच सौ करोड़ के मालिक हो
पर शाम होते आपकी राह देखते आपका परिवार या पांच दोस्त न हो तो
आप दुनिया के सबसे गरीब इन्सान हो

संगे मरमर की तू बात न कर मुझसे
मैं अगर चाहूँ तो एहसास ऐ मोहब्बत लिख दु
ताज महल भी झूक जाएगा चूमने के लिए
में जो एक पथर पे Tera Naam लिखदु

सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो
उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले अब इस दुनिया में हम न हो

सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो
उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले अब इस दुनिया में हम न हो

वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते! खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते! मर गए पर खुली रखी आँखें! इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते!

गम ने हसने न दिया ज़माने ने रोने न दिया
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया
थक के जब सितारों से पनाह ली
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!