तुम ने देखी नही फुलो की वफा
वो जीस पर खीलते हे उसी पे मुरजा जाते हे

काश आंसुओ के साथ यादे भी बह जाती
तो एक दिन तस्सली से बैठ के रो लेते

जल गया अपना नशेमन तो कोई बात नहीं
देखना ये है कि अब आग किधर लगती है

99% यकिन था कि तू मेरा नही होगा पर
उस 1% ने मुझे किसी का होने भी नही दिया

सुलूक-ए-बेवफाई तो हम भी कर सकते हे जान
पर तू रोये ये हमे गवारा नही ।

मै बहता पानी हूँ।।
तुम मेरा रास्ता बदल सकते हो,
मेरी मंज़िल नही।

" बड़ा आदमी वो हे ,जो अपने पास बेठे व्यक्ति को छोटा मेहसूस ना होने दे.."

न देखूँ तो भी बेचैनी देख लूँ तो भी बेचैनी
ये तेरा दीदार WhatsApp के blue tick जैसा

शायद कि इधर आके कोई लौट गया है; बेताबी से यूं मुंह को कलेजा नहीं आता।

बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने; फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए।

वो भी बहुत अकेला है शायद मेरी तरह; उस को भी कोई चाहने वाला नहीं मिला।

बता दो हमे भी ऐ दोस्त
जाग रहे हो किसी की याद मे या फिर अभी तक सोए नही

तुम्हारे पास नहीं तो फिर किस के पास है; वो टूटा हुआ दिल आखिर गया कहाँ?

हो रही है साजिश मेरी बर्बादी की
कर रहे बुजुर्ग बातें मेरी शादी की

न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई.,
न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..