ज़िंदा हो तो ताकत रखो बाज़ुओ में लहरो से लड़ने की
क्योकि लहरो के साथ बहना तो लाशो का काम है
ज़िंदा हो तो ताकत रखो बाज़ुओ में लहरो से लड़ने की
क्योकि लहरो के साथ बहना तो लाशो का काम है
"कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ..
की खुदा नूर भी बरसाता है ... आज़माइशों के बाद".!!!
इज़्ज़त खोकर आन बचाने की आदत नही अपनी
वरना जवाब वो भी हैं मेरे पास की सवाल ही पैदा ना हो
मैं हँसता हूँ तो बस अपने गम छिपाने के लिए
और लोग देख के कहते हैं काश हम भी इसके जैसे होते
गल्हतफ़हमी की गुंजाईश नहीं सच्ची मुहब्बत में
जहाँ किरदार हल्का हो कहानी डूब जाती है
मैं हँसता हूँ तो बस अपने गम छिपाने के लिए
और लोग देख के कहते हैं काश हम भी इसके जैसे होते
मैं हँसता हूँ तो बस अपने गम छिपाने के लिए
और लोग देख के कहते हैं काश हम भी इसके जैसे होते
मत पूछो यारो ये इश्क केसा होता है
बस जो रुलाता है ना उसे ही गले लगाकर रोने को जी चाहता है
मैं मर भी जाऊ तो उसे ख़बर भी ना होने देना
मशरूफ़ सा शख्स है कही उसका वक़्त बर्बाद ना हो जाये
एक दूसरे से बिछड़ के हम कितने रंगीले हो गये,
मेरी आँखें लाल गो गई और तेरे हाथ पीले हो गए...!!💞
ठोकरें खा कर भी ना संभले तो मुसाफ़िर का नसीब; वरना पत्थरों ने तो अपना फर्ज़ निभा ही दिया।
मेरी फितरत में नहीं अपना गम बयां करना; अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी!
अगर तेरी नजरें कतल करने में माहिर है तो
सुन;
हम भी मर-मर कर जीने में उस्ताद हो गये
हैं.
लोग बेवजह ढूँढते हैँ खुदखुशी के तरीके हजार;
.
इश्क करके क्यों नहीँ देख लेते वो एक बार।
उसकी आँखों में नज़र आता है सारा जहां मुझ को; अफ़सोस कि उन आँखों में कभी खुद को नहीं देखा।