मत पूछ कितनी मोहब्बत है मुझे उस से
बारिश की बूँद भी अगर उसे छु ले तो दिल मैं आग लग जाती है
मत पूछ कितनी मोहब्बत है मुझे उस से
बारिश की बूँद भी अगर उसे छु ले तो दिल मैं आग लग जाती है
उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा
आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतज़ार में..!!
कुछ इस तरहा से सौदा कीया मुझसे मेरे वक़्त ने
तजुर्बे देकर वो मुझसे मेरी नादानीया ले गया
तेरी दुआओ का दस्तुर भी अजब है मेरे मौला
मुहबबत उन्ही को मिलती है जिन्हे निभानी नही आती
यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने निकले है
कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले है
दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो दर्द नहीं होता; तक़लीफ़ तो तब होती है जब लोग वाह-वाह करते है।
तरस जाओगे हमारे लबो से सुनने को एक एक लफ्ज
प्यार की बात तो क्या हम शिकायत भी नहीं करेंगे
आज मेने कहा उसको आँखे बन्द कर देख लो न
मुझे उसने कह
दिया मुझे तुम्हारा चेहरा याद नहीं....
खुशी में मदहोश और गम में मायूस मत होना
ये वक्त बड़ा खिलाड़ी है हर रोज़ अपनी चाल बदलेगा …
पगली कहती थी कि वो मेरी रग-रग से वाकिफ है
फिर भी मेरे दिल से निकलने का रास्ता नहीं ढुढ़ पाए
फिर नहीं बस्ते वो दिल जो एक बार उजड़ जाते है;क़ब्रें जितनी भी संवारो वहाँ रौनक नहीं होती।
दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो दर्द नहीं होता
तक़लीफ़ तो तब होती है जब लोग वाह-वाह करते है
तु ये मत सोच तू छोङ देगी तो मैं टूट जाऊंगा
कमीना हु तेरे से अच्छी पटाऊंगा
G.R..s
ज़िस्म से मेरे तडपता दिल कोई तो खींच लो; मैं बगैर इसके भी जी लूँगा मुझे अब ये यकीन है।
कौन करता है मुद्दतों तक इन्तजार किसी का दोस्तो
लोग कपड़ो की तरह आजकल मोहब्बत बदलते हैं