लोग कहते हैं प्यार एक ऐसी बीमारी है जिसकी कोई दवा नहीं होती! लेकिन धोखा एक ऐसी दवा है जो एक बार इसे खा ले उसे ये बिमारी दोबारा नहीं होती!
लोग कहते हैं प्यार एक ऐसी बीमारी है जिसकी कोई दवा नहीं होती! लेकिन धोखा एक ऐसी दवा है जो एक बार इसे खा ले उसे ये बिमारी दोबारा नहीं होती!
फल के आने से वृक्ष झुक जाते हैं वर्षा के समय बादल झुक जाते हैं संपत्ति के समय सज्जन भी नम्र होते हैं। परोपकारियों का स्वभाव ही ऐसा है।
इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये कि आपने क्या करने के लिए सोचा है बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये और इस काम को करने के लिए दृढ रहिये।
दिन की शुरआत में हमें लगता है कि ज़िन्दगी में पैसा बहुत ज़रूरी है पर दिन ढलने पर हमें पता चलता है कि ज़िन्दगी में शांति और सुकून अधिक ज़रूरी है।
जब आप जीवन में सफल होते हैं; तब आप के दोस्तों को पता चलता है कि आप कौन हैं! जब आप जीवन में असफल होते हैं; तब आपको पता चलता है कि आप के दोस्त कौन हैं!
समय आपकी ज़िंदगी का एक मात्र सिक्का है और केवल आप ही तय कर सकते हैं कि इसे कैसे खर्च करें पर ध्यान रखिये दूसरों को इसे आपके लिए खर्च न करने दें।
जब किसी को चाहो तो ये उम्मीद मत करो कि वो भी तुम्हें ही चाहे। कोशिश करो कि तुम्हारी चाहत ऐसी हो की उसे तुम्हारे सिवा किसी और की चाहत पसंद न आये।
नारद जी ने कृष्णा से पूछा प्रभु इस दुनिया में सब के सब दुखी क्यों हैं? कृष्णा जी बोले खुशियाँ तो सबके पास हैं बस एक की ख़ुशी से दूसरा परेशान है।
अगर कोई आपको नजरअंदाज करता है तो बुरा महसूस मत करो। लोग अक्सर मूल्यवान चीज़ों को ही नजरअंदाज करते हैं क्योंकि उनका मूल्य उनके पास नहीं होता।
जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं... क्योकि वो कठोर होते है।
दुनियाँ मे हजारों भाषायेँ होते हुए भी मुस्कुराहट सभी की एक समान है। लेकिन सबसे अच्छी मुस्कुराहट वो है जो इंसान के चेहरे पर कठिनाईयों मे भी बनी रहे।
जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं। क्योंकि जरुरत तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है; और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है।
प्रत्येक लक्ष्य प्रत्येक कार्य प्रत्येक विचार प्रत्येक भावना चाहे वह चेतन या अवचेतन रूप में ज्ञात हो मानसिक शांति बढाने की दिशा में एक प्रयास है।
यदि शांति चाहते हो कभी दूसरों को बदलने की अपेक्षा मत रखो स्वंय बदलो जैसे कंकर से बचने के लिए स्वंय जूते पहनना उचित है न कि पूरी धरती पर कारपेट बिछाने की।
8 बातें 8 बातों को खत्म कर देती हैं: सॉरी - गलती को दुःख - जिंदगी को गुस्सा - रिश्ते को झूठ - विश्वास को साथ - गम को धोखा - प्यार को फेसबुक - कैरियर को अनुप्रयोग - समय को