आज कुछ कमी सी है तेरे बगैर; ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर; इतना मत रूठो अब तो माफ़ कर दो मुझे; क्योंकि धड़कन थम सी गई है तेरे बगैर!
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आज कुछ कमी सी है तेरे बगैर; ना रंग है ना रौशनी है तेरे बगैर; इतना मत रूठो अब तो माफ़ कर दो मुझे; क्योंकि धड़कन थम सी गई है तेरे बगैर!
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