हम रूठें तो किस के भरोसे; कौन है जो आएगा हमें मनाने के लिए; हो सकता है तरस आ भी जाए आपको; पर दिल कहाँ से लाऊँ आपसे रूठ जाने के लिए।
Like (2) Dislike (0)
हम रूठें तो किस के भरोसे; कौन है जो आएगा हमें मनाने के लिए; हो सकता है तरस आ भी जाए आपको; पर दिल कहाँ से लाऊँ आपसे रूठ जाने के लिए।
Your Comment