बैठे हैं दिल में ये अरमां जगाये; कि वो आज नजरों से अपनी पिलायें; मजा तो तब है पीने का यारो; इधर हम पियें और नशा उनको आये।
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बैठे हैं दिल में ये अरमां जगाये; कि वो आज नजरों से अपनी पिलायें; मजा तो तब है पीने का यारो; इधर हम पियें और नशा उनको आये।
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