महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा है; नींद के सफर में तू एक ख्वाब जैसा है; दो घूँट पी लेने दे आँखों के इस प्याले से; नशा तेरी आँखों का शराब के जाम जैसा है।
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महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा है; नींद के सफर में तू एक ख्वाब जैसा है; दो घूँट पी लेने दे आँखों के इस प्याले से; नशा तेरी आँखों का शराब के जाम जैसा है।
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