चंदन की लकड़ी फूलों का हार; अगस्त का महीना सावन की फुहार; भैया की कलाई बहन का प्यार; मुबारक हो आपको रक्षा-बंधन का त्यौहार।

फूलों का तारों का सबका कहना है; एक हजारों में मेरी बहना है; सारी उमर हमें संग रहना है; रक्षा बंधन का हार्दिक अभिनन्दन!

हल्दी है तो चन्दन है; राखी तो रिश्तों का बंधन है; राखी के त्योंहार में आपका अभिनन्दन है!

वो बचपन की शरारते वो झूलों पे खेलना; वो माँ का डांटना वो पापा का लाड; पर एक चीज़ जो इन सब से ख़ास है; वो है मेरी प्यारी बहन का प्यार। रक्षा-बंधन की हार्दिक शुभकामनायें!

भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना; तुम कुंवारे रहे लेकिन मेरी शादी जरूर कराना!

चम्-चम् करके आई; चम्-चम् करके चली गयी; मैं सिन्दूर लेके खड़ा रहा; और वो राखी बांध के चली गयी!

चंदन की लकड़ी फूलों का हार; अगस्त का महीना सावन की फुहार; भाई की कलाई पे बहन का प्यार; मुबारक़ हो आपको राखी का त्यौहार। राखी मुबारक़!

चंदन का टीका रेशम का धागा; सावन की सुगंध बारिश की फुहार; भाई की उम्मीद बहना का प्यार; मुबारक हो आपको रक्षा-बंधन का त्योहार। रक्षा-बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं!

लाल गुलाबी रंग है जम रहा संसार; सूरज की किरणों से खुशियों की बहार; बधाई हो आपको राखी का त्योहार!

लाल गुलाबी रंग है जम रहा संसार; सूरज की किरणों से खुशियों की बहार; बधाई हो आपको राखी का त्योहार!

राखी का त्यौहार आया; खुशियों की बहार लाया; आज ये दुआ करते हैं हम; भईया खुश रहो तुम हर दम। राखी की शुभ कामनायें!

साथ पले और साथ बढे हैं; खूब मिला बचपन में प्यार; भाई-बहन का प्यार बढ़ाने; आया है राखी का त्यौहार। राखी की शुभ कामनायें!

रक्षा-बंधन का त्यौहार है; हर तरफ खुशियों की बौछार है; और बंधा एक रेशम की डोरी में भाई-बहन का प्यार है। रक्षा-बंधन की आपको ढेरों शुभकामनायें!

कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी; प्यार और मीठी शरारतों की होड़ है राखी; भाई की लंबी उम्र की दुआ है राखी; बहन के प्यार का पवित्र धुँआ है राखी। राखी की शुभ कामनायें!

आसमान पर सितारे है जितने उतनी जिंदगी हो तेरी; किसी की नज़र न लगे दुनिया की हर ख़ुशी हो तेरी; रक्षाबंधन के दिन भगवान से बस यह दुआ है मेरी! रक्षा बंधन का हार्दिक अभिनन्दन!