कोई रूठा हुआ शख्स आज बहुत
याद आया.....
><
एक- गुजरा हुआ वक्त आज बहुत
याद आया.....
><
छुपा लेता था जो मेरे दर्द को सीने
मे अपने.....
><
आज- फिर दर्द हुआ तो वह बहुत
याद आया.....

बादल चाँद को छुपा सकता है आकाश को नही…….
हम सबको भुला सकते है आप को नही…

दांव पर सब कुछ लगा है, रुक नहीं सकते।
टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते।

बस इतना करम कर भगवान की ऐसी नीयत पाऊं।
किसी को प्यासी या प्यासा जो देखूं तो मैं पानी हो जाऊ।
G.R..s

फूल कभी दो बार नहीं खिलते
जनम कभी दो बार नहीं मिलता
मिलने को तो हज़ारों लोग मिल जाते हैं पर
हजारों गलतियां माफ़ करने वाले माँ बाप नहीं मिलते..

टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है
क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है

संघर्षो में यदि कटता है तो कट जाए सारा जीवन..!!
कदम-कदम पर समझौता मेरे बस की बात नहीं….!!!!

आंखो की पलके आज भी जर्द है
तू एक बार मुड़ कर देख तो जरा, यहां कोई नहीं , जो मेरा हमदर्द है

हम तेरे साथ चलेंगे तू चले ना चले
तेरा हर दर्द सहेंगे तू कहे ना कहे
सजी रहे दुनिया तेरी खुशियों से हमेशा
चाहे हम इस दुनिया में रहें ना रहें

घड़ी की फितरत भी अजीब है हमेशा टिक-टिक कहती है
मगर ना खुद टिकती है और ना दूसरों को टिकने देती है
G.R..s

आज का ज्ञान:
कंजूस दोस्तों को मैसेज करने से बेहतर है,
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कुत्ते को पत्थर मार लो, कम से कम जवाब तो मिलेगा।

जिस तरह सिलाई मशीन में धागा नहीं डालने पर वो चलती तो है पर कुछ सिलती नहीं...
इसी तरह रिश्तों में प्यार नहीं डालोगे तो ज़िन्दगी चलेगी ज़रूर पर रिश्तों को जोड़ नहीं पायेगी...

मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर
हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं

मैंने गले में सारे ताबीज डाल के देखे हैं पर
जो तेरी यादों को रोक सके वो धागा मिला ही नहीं

मेरी खता इतनी थी की जीना ना आया
दिमाग वालो की बस्ती थी और
मुझे दिल को कहाँ रखना हैं समझ ना आया