वो मैय्यत पे आए मेरी,और झुक के कान में बोले,
सच में मर गए हो या,कोई नया तमाशा है...!!

कितनी अजीब हैं मेरे अन्दर की तन्हाई भी
हजारों लोग अपने हैं मगर याद तुम ही आते हो

ये ना देखो की मेरी आँखों से आँसू निकल आए हैं
बस कुछ लफ्ज कैद थे सीने मे वो पिघल आए हैं

हमारी गली मे ज़रा संभल कर आना पगली
अगर पैर फिसल गया तो सीधा हमारी मोहब्बत में गिरोगी

हमारी कद्र उनको होगी तन्हाईयो में एक दिन
अभी तो बहुत लोग हैं उनके पास दिल्लगी करने को

क्या रखा है अपनी ज़िँदगी के इस अफ़साने मेँ..
कुछ गुज़र गई अपना बनाने मेँ, कुछ गुज़र गई अपनो को मनाने मेँ..

किसी की याद में बार बार रोने से दिल का दर्द कम नहीं होता
प्यार तो तकदीर में लिखा होता है तड़पने से कोई अपना नहीं होता

गुनाह करके सजा से डरते है ज़हर पी के दवा से डरते है
दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमे हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है

आप हमारे लिए एक फूल है;
जिसे तोड़ भी नहीं सकते और छोड़ भी नहीं सकते;
क्योंकि तोड़ दिया तो मुरझा जाएगा;
और छोड़ दिया तो कोई और ले जाएगा।

तनहा छोड़ कर हमको होंसला भी देते हो
सांस छीन कर जीने की दुआ भी देते हो
एक तरफ जुदाई का गम भी जारी है
और मुस्कुराने का मशवरा भी देते हो.

सोच ये ना रखें कि मुझे रास्ता अच्छा मिले बल्कि ये होना चाहिए कि
मैं जहां पाव रखूं वो रास्ता अच्छा हो जाए जो अपने कदमों की काबिलियत पर
G.R..s

हाथ जो थामा है तो छोड़ना हमें आता नहीं,
वादा जो किया है तो तोड़ना हमें आता नहीं.
दोस्त तो आप ही हमेशा रहेंगे क्यूंकि
दिलो से खेलना हमें आता नहीं.

प्यार क्या है
अमीर का शौक गरीब की मजबूरी
G.R...s

नाम खुद कमाना पड़ता है
और बदनामी लोग आपको कमा के देते हैं

तुझे देखा फिर उसको न देखा
चाँद कहता रहा चाँद हूँ मैं चाँद हूँ मैं