ख़ुदा तूने तो लाखों की तकदीर संवारी है...
मुझे दिलासा तो दे, के अब मेरी बारी है...!

जब महसूस हो कि सारा शहर तुमसे जलने लगा है...
समझ लेना तुम्हारा नाम चलने लगा है.....

मोहब्बत ना सही मुकदमा ही कर दे मुझ पर
कम से कम तारीख दर तारीख मुलाक़ात तो होगी

मेरे चेहरे से जो जाहिर है जरा पढके बता
सुना है मेरे दोस्त तू पढा लिखा बहुत है

तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं

साँसों का टूट जाना तो आम बात है दोस्तों
जहाँ अपने बदल जाये मौत तो उसे कहते है

छू ना सकूं आसमान तो ना ही सही दोस्तों
आपके दिल को छू जाऊं बस इतनी सी तमन्ना है

हम मतलबी नहीं कि चाहने वाले को धोखा दें
बस हमें समझना हर किसी के बस की बात नही

तु बदनाम ना हो ईसीलिए जी रहा हु मै
वरना तेरी चौखट पे मरने का ईरादा रोज होता है

वैसे तो लोग प्यार झूठ से करते बहुत है
बात दिल दुखाने की हो तो सच बोलते बहुत है

अच्छा_सुनो.....
मुझे बस इतना बता दो...
.
इंतजार करू या बदल जाऊ तुम्हारी_तरह...
!!
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माना की तेरे प्यार का में मालिक नहीं,
पर कीरायेदार का भी कुछ हक्क तो बनता हैं !!

प्रत्येक प्रेमकथा सुंदर ही होती है
और हमारे वाली मुझे सबसे ज्यादा पसंद है।

ऐ जिन्दगी! जा कर ढूंढ़, कोई खो गया है मुझसे
वो न मिला तो सुन, तुझे भी ख़ुदा हाफिज

ये नक़ाब तुम्हारे झुठ का उतरेगा जिस दिन खुद से नज़रें मिलाने को तरसोगे उस दिन !!