तु होगी चाँद का टुकडा ,
पर मे भी मेरे पापा का जीगर का टुकडा हु..
तु होगी चाँद का टुकडा ,
पर मे भी मेरे पापा का जीगर का टुकडा हु..
क्या कहूँ कितना मुश्किल है
जिसके लिए जीना उसी के बगैर जीना
कुत्तो को देशी घी और लडकियो को सच्चा प्यार
कभी हजम नही होता
ज़िन्दगी भर के इम्तिहान के बाद
वो नतीजे में किसी और के निकले
खुद को अच्छा बना लीजिये
दुनिया से एक बुरा इंसान कम हो जाएगा
क्या कहूँ कितना मुश्किल है
जिसके लिए जीना, उसी के बगैर जीना
माना कि जीत की आदत है मग़र
रिश्तों में हार जाना बेहतर होता है
इतनी मोहबत करूँगा की तु खुद कहेगी
की देख वो जा रहा मेरा आशिक़
मरने की लाखो वजह देती है दुनिया
पर जीने की वजह तो बस एक तू है ..!!
ऐसे मत देख पगली ÐiL हार जाएगी
बस अब और मत देख वरना Mummy से मार खाएगी
हम बने थे तबाह होने के लिए
तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक बहाना था
बिना तड़के की दाल और
बिना attitude वाला माल हमे बिलकुल पसंद नहीं है
हाथ मे बस एक बासुँरी कि कमी है वरना
गोपिया हमने भी कई फसाई है
अजीब सी रंगत है तेरी
कि तू रुह मे बसती तो है मगर दिखती कभी नही
वजह होती तो मिटा देते
बेवजह था इश्क़, ना रह पाया, ना समझा पाया