बारूद मेरे अन्दर का भीग गया मेरे ही आंसुओं से वरना
ये दिल एक बड़ी घटना को अंजाम दे देता
बारूद मेरे अन्दर का भीग गया मेरे ही आंसुओं से वरना
ये दिल एक बड़ी घटना को अंजाम दे देता
जिस के होने से मैं खुद को मुक्कमल मानता हूँ
मेरे रब के बाद मैं बस मेरी माँ को जानता हूँ
आज जिस्म मे जान है तो देखते नही हैं लोग
जब रूह निकल जाएगी तो कफन हटा हटा कर देखेंगे लोग
है कोई मुझे मेरे ख्वाब की, ताबीर बताने वाला
मैने देखा है खुद की लाश पेँ खुद को रोते हुए
हमे तो अपनो ने लूटा,
गैरो मे कहा दम था,
मेरे बाफले वही जले,
जहा राखोडा कम था..,😝😝😝😜✋😃
मेरे मुकद्दर में तुम्हारी याद है लेकिन
तुम जिसके मुकद्दर में हो उसे ज़िन्दगी मुबारक
जिन्दगी भर कोई साथ नही देता ये जान लिया है हमने
लोग तो तब याद करते है जब वो खुद अकेले हो
आसरा इक उम्मीद का देके मुझ से मेरे अश्क न छीन
बस यही एक ले दे के बचा है मुझ में मेरा अपना
जब भी देखती हुं हसते खिलखिलाते चेह्ररे लोगों के
दुआ करती हुं इन्हे कभी मोहब्बत ना हो
एक कविता ऐसी लिखूं ,जो तेरी आखों में दिखाई दे
आँखें बंद करू तो तेरी सांसो में सुनाई दे...
दिलों में खोट है ज़ुबां से प्यार करते हैं
बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते हैं
खुदा का शुक्र है कि उसने ख्वाब बना दिये
वरना तुझसे मिलने कि तमन्ना कभी पूरी नहीं होती
जहर के असरदार होने से
कुछ नही होता साहब...
खुदा भी
राजी होना चाहिये मौत देने के लिये...
याद आयेगी मेरी तो बीते कल को पलट लेना
यूँ ही किसी पन्ने में मुस्कुराता हुआ मिल जाऊंगा
हम उनकी मोहब्बत में उम्रक़ैद चाहते थे GAALIB
क्या पता था कि कुछ दिनों में ही ज़मानत हो जायेगी