पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्चा
ना करो कि
.
..
पैसा खर्च करने के लिए वक़्त ही ना
मिले।

देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीम
जा जमा ले महफिल दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है

जिस नजाकत से ये लहरे मेरे पैरों को छूती है​;​​​​यकीन नही होता इन्होने कभी कश्तियाँ डूबाई होगी​...

मोबाइल पर whatsapp और facebook चलाते चलाते समझ आ गया
कि द्रोणाचार्य ने एकलव्य से अंगूठा मांगकर गलती नहीं की थी

मौत को देखा तो नहीं, पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी,
कम्बख़त जो भी उस से मिलता है, जीना छोड़ देता है..
=RPS

डाल दो अपनी दुआओं के कुछ अल्फ़ाज़ मेरी झोली में
क्या पता आपके लब़ हिलें और मेरी ज़िन्दगी सँवर जाऐ

दुनिया में सिर्फ दिल ही है जो बिना आराम किये काम करता है इसलिए उसे खुश रखो
चाहे वो अपना हो या अपनों का

मुझ से रह रह कर कहती हैं हांथों की लकीरें मेरी
वो तो मेरा तब भी नहीं था जब उसका हांथ मेरे हांथों में था

नज़र चाहती है दीदार करना दिल चाहता है प्यार करना
क्या बतायें इस दिल का आलम; नसीब में लिखा है इंतजार करना

अच्छे के साथ अच्छे रहे लेकिन बुरे के साथ बुरे नहीं बने
क्योंकि पानी से खून साफ कर सकते है लेकिन खून से खून नहीं

इतना कीमती ना कर खुद को, के तू मेरी औकात से बहार हो जाये...!!!
लोग अक्सर महंगी चीज़ को छोड़ देते है, अपनी हैसियत देख कर..!!

नशा हम किया करते है इलज़ाम शराब को दिया करते है
कसूर शराब का नहीं उनका है जिनका चहेरा हम जाम मै तलाश किया करते है

जिंदगी हे सफर का सील सिला कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया
जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे वो बिना मांगे किसी और को मिल गया

प्यास बुझानी है तो उड़ जा पंछी शहर की सरहदों से दूर,
यहाँ तो तेरे हिस्से का पानी भी प्लास्टिक की बोतलों में बंद है..

वो कहती हैं तुम छोड क्यों नही जाते इतनी तकलीफ देती हुं तो
मैंने कहा साँस लेने में उलझन आए तो क्या जीना हीं छोड दुं