बहुत ही उदास है कोई शख्स तेरे जाने से; हो सके तो लौट कर आज किसी बहाने से; भले तू लाख ख़फ़ा हो पर एक बार तो देख ले; कोई बिखर गया है तेरे रूठ कर जाने से।

क्षमा करने वाला अपने सारे काम आसानी से कर लेता है।

सैयां जी माफ़ करना कि गलती मारे से हो गयी। बहुत बुहत सॉरी है जी।

घृणा करना शैतान का काम है क्षमा करना मनुष्य का काम है और प्रेम करना देवताओं का गुण है!

भूल से कोई भूल हुई तो भूल समझकर भूल जाना; अरे भूलना सिर्फ भूल को भूल से भी हमें न भुलाना।

भूल से कोई भूल हुई तो भूल समझ कर भूल जाना; और भूलना सिर्फ भूल को भूल से भी हमें न भूल जाना।

ये सोच कर हमारी खता को माफ़ कर देना मेरे दोस्त; क्या पता कल तुम लौट के आओ और हम तुमसे दूर हो जाएं।

ख़्वाब ना टूटे दिल ना टूटे; आप ना हम से रूठें; बात ना टूटे साथ ना छूटे; हमारे बीच का ये फ़ासला तो टूटे!

मगरूर रहने वालो सादगी हम से सीखो; खुश रहने वालो उदासी हम से सीखो; लड़ाई करने वालो माफ़ी माँगना हम से सीखो।

मौसम की तरह बदलना आता नही हमें; पर हम आप को बदल के दिखायेंगे; भले ही कितना मना लो हमें; अब हम ना लौट कर वापस आयेंगे।

हमसे कोई भूल हो जाए तो माफ़ करना; याद ना कर पाएं तो माफ़ करना; दिल से तो हम आपको भूलेंगे नहीं; यह धड़कन ही रुक जाए तो माफ़ करना।

तुम हंसती हो मुझे हँसाने के लिए; तुम रोती हो मुझे रुलाने के लिए; तुम एक बार रूठकर तो देखो; मर जाऊँगा तुम्हें मनाने के लिए!

कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे; यह आरज़ू है कि सिलसिला रहे आपसे; बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे; खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे।

ऐसा भी क्या कसूर हम ने कर दिया; कि आपने इस तरह से हमें पराया कर दिया; माफ़ करना हमारी गलतियों को; जिनकी वजह से आप ने याद करना कम कर दिया।

इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान मत लीजिए; क्यों हो खफ़ा यह बयां तो कीजिए; कर दीजिए माफ़ अगर हो गई है कोई ख़ता; यूँ बात ना कर के सज़ा तो ना दीजिए!