होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का; शायद नज़र से वो बात हो जाये; इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार हम रात का; कि शायद सपनों में कभी आपसे मुलाक़ात हो जाये। शुभ रात्रि!

कुदरत के करिश्मों में अगर रात ना होती; तो ख्वाब में उनसे मुलाकात ना होती; वो वादा तो कर गए कि आएंगे ख्वाब में; मारे ख़ुशी के नींद ना आए तो क्या करें! शुभ रात्रि!

तेरी आरज़ू में हमने बहारों को देखा; तेरी जुस्तजू में हमने सितारों को देखा; नहीं मिला इस से बढ़कर इन निगाहों को कोई; हमने जिसके लिए हज़ारों को देखा। शुभ रात्रि!

दोस्ती के वादों को यूँ ही निभाते रहेंगे; हम हर वक़्त आपको यूँ ही सताते रहेंगे; मर भी जायेंगे तो क्या ग़म है; हम आंसू बन कर आपकी आँखों में आते रहेंगे। शुभ रात्रि!

इन अंधेरों के लिए कुछ आफ़ताब माँगे हैं; दुआ में हम ने दोस्त कुछ ख़ास माँगे हैं; जब भी माँगा कुछ ख़ुदा से तो; आपके लिए खुशियों के पल बे-हिसाब माँगे हैं। शुभ रात्रि!

आसमान के तारों में खो गया है जहान सारा; लगता है हमको प्यारा ये एक-एक तारा; इन तारों में सबसे प्यारा है वो सितारा; जो पढ़ रहा है इस वक़्त यह पैगाम हमारा। शुभ रात्रि!

आसमान के तारों में खो गया है जहान सारा; लगता है हमको प्यारा ये एक-एक तारा; इन तारों में सबसे प्यारा है वो सितारा; जो पढ़ रहा है इस वक़्त यह पैगाम हमारा। शुभ रात्रि!

निकलता नहीं है कोई दिल में बस जाने के बाद; दिल दुखता है बिछड़ जाने के बाद; पास जो होता है तो क़दर नहीं होती उसकी; महसूस होती है कमी उनके दूर जाने के बाद। शुभ रात्रि!

तनहा जब दिल होगा आपको आवाज़ दिया करेंगे; रात में सितारों से आपका ज़िक्र किया करेंगे; आप आये ना आये हमारे ख्वाबों में; हम बस आपका इंतज़ार किया करेंगे। शुभ रात्रि!

आप जो सो गए तो ख्वाब हमारा आयेगा; एक प्यारी सी मुस्कान आपके चेहरे पर लायेगा; खिड़की दरवाजे दिल के खोल के सोना; वर्ना बताओ कि आपकी रात कौन सजायेगा। शुभ रात्रि।

जहाँ दोस्ती वहाँ प्यार जहाँ प्यार वहाँ इश्क़; जहाँ इश्क़ वहाँ जुदाई जहाँ जुदाई वहाँ दर्द; जहाँ दर्द वहाँ झंडू बाम; झंडू बाम लगाओ और चुप कर के सो जाओ। शुभ रात्रि!

पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं संभलती; दिल में क्या है वो बात नहीं संभलती; तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है; पर चाँद का दर्द वो रात नहीं संभलती। शुभ रात्रि।

तनहा जब दिल होगा आपको आवाज़ दिया करेंगे; रात में सितारों से आपका जिक्र किया करेंगे; आप आयें या न आयें हमारे ख्वाबों में; हम बस आपका इंतज़ार किया करेंगे। गुड नाईट!

तन्हा जब दिल होगा आपको आवाज़ दिया करेंगे; रात में सितारों से आपका जिक्र किया करेंगे; आप आए या ना आए हमारे ख़्वाबों में; हम बस आपका इंतज़ार किया करेंगे। शुभ रात्रि!

आप जो सो गये तो ख़्वाब हमारा आएगा; एक प्यारी सी मुस्कान आपके चेहरे पर लाएगा; खिड़की दरवाज़े दिल के खोल कर सोना; वर्ना आप ही बताओ हमारा ख़्वाब कहाँ से आएगा! शुभरात्रि!