चाँद से पूछो या मेरे दिल से; तन्हा कैसे रात बिताई जाती है; घाट-घाट पर फिरने वाले क्या जाने; शबनम से भी प्यास बुझाई जाती है।

आप से मिलकर हम कुछ बदल से गये
शेर पडने लगे गुनगुनाने लगे
पहले मशूहर थी अपनी संजिदगी
अब तो लोगो से मिलने मिलाने लगे

प्रेमी: अपनी प्रेमिका के लिये फूल लेकर आया! प्रेमिका: मुझे यह फूल नहीं कोई सोने की चीज चाहिए! प्रेमी: यह लो तकिया और सो जाओ!

दिल की आवाज़ को इज़हार कहते है
झुकी निगाह को इकरार कहते है
सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं
कुछ खोने को भी प्यार कहते है

जिस चेहरे को देख कर हसते थे हम.... आज उसी ने
रुला दिया.. खुद ने तो फोन किया नहीँ... हमने
किया तो . . . . . कौलर ट्युन "तुझे भुला दिया"

रातें गुमनाम होती है दिन किसि के नाम होता है
हम ज़िंदगी कुछ इस तरह जीते है की हर लम्हा सिर्फ़ दोस्तों के ही नाम होता है

आप हमें रुलादो हमें गम नहीं आप हमें भुलादो हमें कोई गम नहीं
जिस दिन हमने आप को भुला दिया समझ लेना इस दुनीया में हम नहीं

अगर जिंदगी में जुदाई न होती; तो कभी किसी की याद न आई होती; अगर साथ गुजरा होता हर लम्हा; तो सायद रिस्तो में इतनी गहराई न होती!

किसी को खुश करने का मौका मिले तो खुदगर्ज ना बन जाना ऐ दोस्त
बड़े नसीब वाले होते है वो जो दे पाते है मुस्कान किसी चेहरे पर

दिल उनके लिए ही मचलता है; ठोकर खाता है और संभलता है; किसी ने इस कदर कर लिया दिल पर कब्ज़ा; दिल मेरा है पर उनके लिए धड़कता है।

सारी उम्र पूजते रहे लोग अपने हाथ से बने उस पत्थर के खुदा को,
हमने खुदा के हाथ से बने हुए एक को चाहा तो हम गुनहगार हो गए.
Er kasz

कोई तो दिल का भी सहारा होता है; ज़रूरी नहीं ज़िन्दगी अपने लिए ही प्यारी हो; ज़िन्दगी में कोई तो ज़िन्दगी से भी प्यारा होता है।

अगर हंसने मुस्कुराने के लिये आप ईश्वर का शुक्र नहीं करते
तो आँखों मे आये आँसुओं के लिये उससे शिकायत का कोई हक़ नहीं है

दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है
आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है

इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है; वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता है; इश्क़ नहीं किया तो करके देखो; ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है।