कल का दिन किसने देखा है आज का दिन हम खोएँ क्यों
जिन घड़ियों में हँस सकते हैं उन घड़ियों में रोएँ क्यों
कल का दिन किसने देखा है आज का दिन हम खोएँ क्यों
जिन घड़ियों में हँस सकते हैं उन घड़ियों में रोएँ क्यों
मत डर ऐ बेवफा खुदा तेरी बेवफाई का हिसाब नही करेगा
हम खुद को बेवफा और तुम्हे इश्क की मिशाल बताकर आये है
जब जेब में रुपये हो तो दुनिया आपकी औकात देखती है
और जब जेब में रुपये न हो तो दुनिया अपनी औकात दिखाती है
ये लडकियों के बाल
है लडको को फ़साने के जाल
चूस लेती है खून जिस्म का सारा
इसी लिए होते है इनके होठ लाल
है जिंदगी माना दर्द भरी; फिर भी इसमें ये राहत भी है; मैं हूँ तेरा और तु है मेरी; यूहीं रहें हम ये चाहत भी है।
नाम तो लिख दूँ उसकी अपने हर शायरी के साथ
मगर फिर ख्याल आता है, मासूम सी है सनम मेरी कहीं बदनाम ना हों जाय
अल्फाज़ों में क्या बयाँ करे अपनी मोहब्बत के अफसानें
हमारे दिल में तो वो ही वो है उनके दिल की खुदा जाने
चाहत तेरी पहचान है मेरी; मोहब्बत तेरी शान है मेरी; हो के जुदा तुझसे क्या रह पाउँगा; तू तो आखिर जान है मेरी।
जीने का तरीका काश वो फूटपाथ पे खेल रहा बच्चा मुझे सिखा दे
ना जाने भूखा पेट लेकर कैसे मुस्कुरा लेता हैं
मैं मशहूर होके भी क्या करूँ ए दोस्त इस बस्ती में
मेरे सारे ख्वाब बहा दिए मैंने रख के एक डूबती कश्ती में
मोहब्ब्त किसी से तब ही करना जब निभाना सिख लो
मजबूरियों का सहारा लेकर किसीको छोड़ देना वफादारीनही होती
अच्छा करते हैं वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते
ख़ामोशी से मर जाते हैं मगर किसी को बदनाम नहीं करते
किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत लिखते हो यार..
मैंने कहा खुबसूरत मैं नहीं वो है जिसके लिए हम लिखा_करते_है ...
उसका वादा भी अजीब था कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे
मैंने भी ये नहीं पुछा की मोहब्बत के साथ या यादों के साथ
तू शायद मुझे न समझ पाये के कितनी मोहब्बत है मुझमे
आजा बैठा दे कचहरी में कागजो पे भी अपनी जान तेरे नाम करू