छोटी-छोटी चीज़ों का आनंद उठाओ। एक दिन जब तुम पीछे मुड़ कर देखोगे तब तुम्हें एहसास होगा कि वो छोटी-छोटी चीज़े दरअसल बहुत बड़ी थी।

जब हम भगवान से बात करते हैं तो हम प्रार्थना करते हैं लेकिन जब भगवान हमसे बात करते हैं तो हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है।

लड़की वाले: बेटा कितना कमा लेते हो
मैं: जी इस महीने 2 करोड़ कमाए
लड़की वाले: फिर क्या किया
मैं: फिर तीन पत्ती ऐप हैंग हो गया

ना वो आ सके ना हम कभी जा सके ना दर्द दिल का किसी को सुना सके
बस बैठे है यादों में उनकी ना उन्होंने याद किया और ना हम उनको भुला सके

रख हौंसला वो मंज़र भी आएगा; प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा; थक कर न बैठ मंज़िल के मुसाफिर; मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा।

ज़िंदगी जब भी रुलाये तो; इतना मुस्कुराओ कि दर्द भी शर्माने लगे; निकले ना आंसू आँखों से कभी; किस्मत भी मज़बूर होकर आपको हँसाने लगे।

खुशियाँ मिलती नहीं मांगने से; मंजिल मिलती नहीं राह पर रूक जाने से; भरोसा रखना खुद पर और उस रब पर; सब कुछ देता है वो सही वक्त आने पर।

डाली पर बैठे हुए परिंदे को पता है कि डाली कमज़ोर है; फ़िर भी वह उस डाली पर है; क्यों? क्योंकि उसको डाली से ज्यादा अपने पँख पर भरोसा है।

अभी ना पूछो हमसे मंजिल कहाँ है; अभी तो हमने चलने का इरादा किया है! ना हारें हैं ना हारेंगे कभी; ये किसी और से नहीं खुद से वादा किया है!

अगर कोई आपका दिल दुखाए तो बुरा मत मानना
कुदरत का नियम है कि जिस पेड़ पर सबसे अधिक मीठे फल होते हैं
उसको सबसे अधिक पत्थर पड़ते हैं

मंजिल इंसान के हौंसले आज़माती है; सपनों के परदे आँखों से हटाती है; किसी भी बात से हिम्मत से ना हारना; ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है।

तेरे होने पर खुद को तनहा समझू मैं बेवफा हूँ या तुझको बेवफा समझू
ज़ख्म भी देते हो मलहम भी लगाते हो ये तेरी आदत हैं या इसे तेरी अदा समझ

ज़िन्दगी में मुश्किलें तमाम हैं; फिर भी लबों पे एक मुस्कान है; क्योंकि जब जीना हर हाल में है; तो मुस्कुरा कर जीने में क्या नुक्सान है।

एक साधारण और एक असाधारण शादी ​​के बीच ये अंतर है कि एक असाधरण शादी में दोनो के जीवित रहने तक बस हर दिन में से थोड़ा सा समय दिया जाता है।

बुझी हुई शमां फिर से जल सकती है; तूफानों में घिरी कश्ती किनारे लग सकती है; मायूस न होना कभी जिंदगी में; ये किस्मत है कभी भी बदल सकती है।