उस दिल से प्यार करो जो दर्द ना दे; लेकिन उस दिल को दर्द ना दो जो तुमसे प्यार करे; क्योंकि तुम दुनियां के लिए एक हो; पर किसी एक के लिए तुम सारी दुनियां हो।
उस दिल से प्यार करो जो दर्द ना दे; लेकिन उस दिल को दर्द ना दो जो तुमसे प्यार करे; क्योंकि तुम दुनियां के लिए एक हो; पर किसी एक के लिए तुम सारी दुनियां हो।
रोये हैं बहुत तब ज़रा करार मिला है; इस जहां में किसे भला सच्चा प्यार मिला है; गुज़र रही है ज़िंदगी इम्तिहान के दौर से; एक ख़त्म हुआ तो दूसरा तैयार मिला हैं।
मुश्किल इस दुनिया में कुछ भी नहीं; फिर भी लोग अपने इरादे तोड़ देते हैं; अगर सच्चे दिल से हो चाहत कुछ पाने की; तो रास्ते के पत्थर भी अपनी जगह छोड़ देते हैं।
जिंदगी में हर गम को छोड़ देना, ख़ुशी को नहीं हर मुश्किल को खो देना कामयाबी को नहीं
अगर ज़िन्दगी में कुछ खोना पड़े तो हमें खो देना पर अपनी हसी को नहीं
दुनिया का हर शौंक पाला नहीं जाता; कांच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता; मेहनत करने से हो जाती हैं मुश्किलें आसान; क्योंकि हर काम तक़दीर पर टाला नहीं जाता।
खोजोगे तो हर मंजिल की राह मिल जाती है; सोचोगे तो हर बात की वजह मिल जाती है; जिंदगी इतनी भी मजबूर नहीं अए दोस्त; जिगर से जियो तो मौत भी जीने की अदा बन जाती है।
यूँ ही नहीं मिलती मंज़िल राही को; एक जूनून सा दिल में जगाना पड़ता है; ऐसे ही नहीं बन जाते आशियाने परिंदो के; भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।
ज़िन्दगी में कुछ खोना पड़े तो यह दो लाइन याद रखना
जो खोया है उसका ग़म नहीं लेकिन जो पाया है
वह किसी से कम नहीं जो नहीं है वह एक ख्वाब हैं
और जो है वह लाजवाब है
मीठे बोल बोलिये क्योंकि अल्फाजों में जान होती है
इन्हीं से आरती अरदास और इन्हीं से अज़ान होती है
यह समुंदर के वह मोती हैं जिनसे इंसानों की पहचान होती है
जब टूटने लगे हौंसले तो बस यही याद रखना; बिना मेहनत के कोई तख्तो-ताज हासिल नहीं होते; ढूंढ लेना अंधेरों में मंज़िल अपनी; क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।
ज़िंदगी की हर उड़ान बाकी है; हर मोड़ पर एक इम्तिहान बाकी है; अभी तो तय किया है आधा सफर ज़िंदगी का; बढ़ते ही रहना है हौंसले से मंज़िल की तरफ; क्योंकि अभी तो मंज़िलों से आगे निकल जाना बाकी है।
आँधियों को ज़िद्द है जहाँ बिजलियाँ गिराने की; मुझे भी ज़िद्द है वही आशियाँ बसाने की; हिम्मत और हौंसले बुलंद हैं खड़ा हूँ अभी गिरा नहीं हूँ; अभी जंग बाकी है और मैं भी अभी हारा नहीं हूँ।
मंज़िल मिल ही जाएगी एक दिन भटकते भटकते ही सही; गुमराह तो वो हैं जो डर के घर से निकलते ही नहीं; खुशियां मिल जायेंगी एक दिन रोते रोते ही सही; कमज़ोर दिल तो वो हैं जो हँसने की कभी सोचते ही नहीं।
ज़िंदगी मे अभी तो बहुत चलना बाकी हैं अभी तो कई इंतेहनो से गुज़रना बाकी हैं
हमे लड़ना हे ज़िंदगी की सभी मुश्किलो से हमने तो मुठि भर ज़मीन नापी हैं
अभी तो हमे सारा जहाँ नापना बाकी हैं
रिसर्च के मुताबिक़ लड़किया लड़को से ज़्यादा मेहनती होती है
आपको पता है कैसे
नहीं पता मैं बता देता हूँ आपको
क्यों की 100 में से 10 लड़किया नैचुरली खूबसूरत होती है
और बाकि अपनी मेहनत से