जब जब तुम याद आये
ना जाने इन आँखों में आशु क्यों भर आए
G.R..s
जब जब तुम याद आये
ना जाने इन आँखों में आशु क्यों भर आए
G.R..s
दिल मेँ बुराई रखने से बेहतर है
अपनी नाराजगी जाहिर कर दो
तेरी नाराजगी वाजिब है दोस्त
मैं भी खुद से खुश नहीं आजकल
दुनिया में सब चीज मिल जाती है
केवल अपनी गलती नहीं मिलती
यहां मेरा कोई अपना नहीं है
चलो अच्छा है कोई खतरा नहीं है
मेरे हर किस्से में तुम आते हो
पर मेरे हिस्से में कब आओगे
माना कि 36 लडके मरते है
तेरी चाल पर
72 छोरी मरती है
Mere Attitude पर....!!!
आज फिर से जीने का सोचा
उनकी याद आई और फिर से हौसले टुट गये
बस अब लकीर उलझी हुई है लकीर से
हाथों से ले गया है नसीब कोई
दिल मेँ बुराई रखने से बेहतर है; अपनी
नाराजगी जाहिर कर दो..!!!
किसी के भी पीछे इतना न भागो
की अपनी ही चाल का अंदाजा न हो ...!!!! !
भरे बाजार में हर एक लड़की JALENGI
जब अपनी वाली अपने साथ CHALENGI
तुम्हारे बाद मैं जिस का हो गया
पगली उसी का नाम तन्हाई हैं