अजीब लगती है शाम कभी-कभी; जिंदगी लगती है बेजान कभी-कभी; समझ आये तो हमें भी बताना कि; क्यों परेशान करती हैं यादें कभी-कभी।

दिल की आवाज से नगमें बदल जाते हैं.:
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साथ ना दें तो अपने बदल जाते हैं..
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जब भी होगी पहली बारिश; तुमको सामने पायेंगे; वो बूंदों से भरा चेहरा; तुम्हारा हम कैसे देख पायेंगे।

काश एक तारा टूट जाए आज.
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मुझे मौत मांगनी है...".

लम्हों की यादें संभाल के रखना; हम याद तो आयेंगे ही लेकिन - लौटकर नहीं।

देख ली ना मेरे आँसू की ताकत तुमने
रात मेरी आँखें नम थी
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आज तेरा सारा शहर भीगा हैं ..

"मै तेरी मजबूरिया समझता था इसलिए जाने दिया...
अब तु भी मेरी मजबूरिया समझ और वापस आ जा...!!"

नराजगी का शबाब तो पूछ लिया करो; दुनिया लाख हो याद तो कर लिया करो; मत रखो बेशक हर एक पल की खबर; जिंदा हैं या मर गए इतना तो पूछ लिया करो।

जीना चाहते हैं पर ज़िंदगी रास नहीं आती; मौत चाहते हैं पर मौत पास नहीं आती; उदास हैं हम इस ज़िंदगी से; पर उसकी यादें तरसाने से बाज़ नहीं आती।

सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है; यादों में भी गम की परछाई मिलती है; जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की; उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है!

खुदा करे मेरी जिंदगी में ऐसा मुकाम आये,
तेरी शादी के कार्ड पे मेरा नाम आये xD

अब तो सजाएं बन चुकीं है गुजरे हुए वक्त की
यादें ,
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ना जानें क्यों मतलब के लिए मेहरबान होते
है लोग

एक दिन हमारे आंसुओ ने हमसे पूछा हमें रोज़ रोज़ क्यों बुलाते हो? हम ने कहा हम नाम-ऐ-हुसैन लेते हैं तुम तो खुद ही चले आते हो!

उसकी याद ने आज फिर रुला दिया; कैसा है वो चेहरा जिसने ये सिला दिया; ग़मों में रहने का जिसे तरीका ना था; उसकी याद ने ढेरों ग़मों के साथ जीना सिखा दिया।

समझा दो अपनी यादों को; वो बिना बुलाये पास आया करती हैं; आप तो दूर रहकर सताते हो मगर; वो पास आकर रुलाया करती हैं।