किसी ने मुझसे पुछा की :
"तुम इतने खुश कैसे
रेह लेते हो…??"
तो मेने कहा :-
"मैनें ज़िन्दगी की गाड़ी
से वो साइड ग्लास
ही हटा दिया,
जिसमे पीछे छूटे रास्ते नज़र आते हैं..!

आँखें बंद करके रोता हूँ तो लगता है तुझे मैं रोया नहीं; सदियों तक जागा हूँ मैं तेरे इंतज़ार में सोया नहीं; प्यार में पाया क्या है यह मुझे मालूम नहीं है; पर तेरे सिवा ज़िंदगी में मैंने कुछ खोया नहीं।

अपनी कहे अपनी सुने अपने लिए जिए मरे ,
.
ऐसे सनम से दिल लगाना छोड़ दिया है !

ना जाने कैसे जीते हैं लोग प्यार में; मैं तो कई बार मरता हूँ तेरी एक याद आने पे।

अच्छा_सुनो.....
मुझे बस इतना बता दो...
.
इंतजार करू या बदल जाऊ तुम्हारी_तरह...
!!
.

मुझे ब्रेकअप की बस एक वजह चाहिए थी....
.
.
और वो पगली टिफिन में मेरे लिए मैगी ले आई

जा रहा हूं दुनिया से तो कुछ लिख कर
जाते है
.
अपनी हथेली पर माँ लिख कर कब्र में सो

ज़ुबा पर जब किसी के दर्द का अफ़साना आता है; हमें रह-रह के याद अपना दिल-ए-दीवाना आता है।

तुझे भूलने की कोशिशें कभी कामयाब न हो सकें; तेरी याद शाख-ऐ-गुलाब है जो हवा चली तो महक गई!

शोर न कर धड़कन ज़रा थम जा कुछ पल के लिए; बड़ी मुश्किल से मेरी आखों में उसका ख्वाब आया है!

तुम मुझे भूल कर तो देखो; हर ख़ुशी रूठ जाएगी; जब अकेले तुम बैठोगे; खुद-ब-खुद मेरी याद आएगी।

लोग बेवजह ढूँढते हैँ खुदखुशी के तरीके हजार;
.
इश्क करके क्यों नहीँ देख लेते वो एक बार।

आज मेने कहा उसको आँखे बन्द कर देख लो न
मुझे उसने कह
दिया मुझे तुम्हारा चेहरा याद नहीं....

मुझे नींद की इजाज़त भी उसकी यादों से लेनी पड़ती है; जो खुद तो सो जाता है मुझे करवटों में छोड़ कर!

जब याद तुम्हारी आती है; पल-पल मुझको तड़पाती है; तुम नाम वहां पर लेती हो; लेकिन आवाज यहाँ तक आती है।