हर बात समझाने के लिए नहीं होती; ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नहीं होती; याद तो आती है आपकी हर पल; पर हर याद जताने के लिए नहीं होती।

अगर मेरी याद आए तो चाँद को देख लेना; ये सोच कर नहीं कि खूबसूरत है कितना; बल्कि यह सोच कर कि हज़ारों सितारों में तन्हा है कितना।

हर रात में आपके पास उजाला हो; हर कोई आपको चाहने वाला हो; वक्त गुजर जाये उनकी यादों के सहारे; कोई आपको इतना प्यार करने वाला हो।

यादें आती हैं यादें जाती हैं; कभी खुशियाँ कभी गम लाती हैं; शिकवा ना करो जिंदगी से; आज जो जिंदगी है वही आने कल की याद कहलाती है।

हिचकिचाते हुए बात की जिसने; क्या पता था वही जिंदगी के मायने बन जायेंगे; कुछ याद रहे न रहे जिंदगी में; पर वो हमेशा याद आयेंगे।

कभी एक लम्हा ऐसा भी आता है; जिसमें बीता हुआ कल नजर आता है; बस यादें रह जाती हैं याद करने के लिए; और वक्त सबकुछ लेकर गुजर जाता है।

तिनकों से बना पल पल से बना लम्हा; और लम्हों ने वक़्त को चुना; हर पल कोई किसी के साथ नहीं रह सकता; इसीलिए तो खुदा ने यादों को चुना।

वो याद आए भुलाते-भुलाते; दिल के ज़ख्म उभर आए छुपाते-छुपाते; सिखाया था जिसने गम में मुस्कुराना; उसी ने रुला दिया हँसाते-हँसाते।

प्यार वो हम को बेपनाह कर गये; फिर ज़िंदगी में हम को तनहा कर गये; चाहत थी उनके इश्क़ में फ़नाह होने की; पर वो लौट कर आने को भी मना कर गये।

सामने ना हो तो तरसती हैं आँखें; याद में तेरी बरसती हैं आँखें; मेरी लिए नहीं इनके लिए ही आ जाओ; आपका बेपनाह इंतज़ार करती हैं आँखें!

जब भी आपसे मिलने की तक़दीर नज़र आई; मुझे पाँव में बँधी ज़ंजीर नज़र आई; तेरी याद में निकल पड़े मेरे आँसू; हर आँसू में तेरी तस्वीर नज़र आई।

हर एक मजर पर उदासी छाई है; चाँद की रोशनी में भी कमी आई है; अकेले अच्छे थे हम अपने आशियाने में; जाने क्यों टूटकर आज फिर आपकी याद आई है।

एक उम्मीद का दियां जल रहा था; जिसे अश्कों की बारिश ने बुझा दिया; तनहा अकेले ख़ुशी से जी रहा था; आज फिर आपकी प्यारी सी याद रुला दिया।

जो तूने दिया उसे हम याद करेंगे; हर पल तेरे मिलने की फ़रियाद करेंगे; चले आना जब कभी ख्याल आया मेरा; हम रोज़ खुदा से पहले तुझे याद करेंगे।

मेरी आँखें तेरे दीदार को तरसती हैं; मेरी नस-नस तेरे प्यार तरसती है; तू ही बता कि तुझे बताऊँ कैसे; कि मेरी रूह तक तेरी याद में तड़पती है।