बेवफा तो वो खुद हैं पर इल्ज़ाम किसी और को देते हैं; पहले नाम था मेरा उनके लबों पर अब वो नाम किसी और का लेते हैं।
बेवफा तो वो खुद हैं पर इल्ज़ाम किसी और को देते हैं; पहले नाम था मेरा उनके लबों पर अब वो नाम किसी और का लेते हैं।
तेरे ना होने से ज़िंदगी में बस इतनी सी कमी रहती है
मैं चाहे लाख मुस्कुराऊँ फिर भी इन आँखों में नमी रहती है
रब ने जो रिश्ता आसमान पर लिखा है
उसे दुनिया मे निभाना है
एक नाम तुम्हारा लिखना है
एक नाम हमे बन जाना है
जुल्फों को फैला कर जब कोई महबूबा किसी आशिक की कब्र पर रोती है
तब महसूस होता है कि मौत भी कितनी हसीं होती हे
कितनी मन्नतें की दर दर की ठोकरे खाई माँ बाप ने की एक बेटा हो जाये
और वो हरामखोर फेसबुक पर लडकी बनकर बैठा है
ć ☆★☆ #पगली #मेरी
फ़ोटो को इतना # zσσм करके ना देख..
कही कोई # चीज पसंद आ गई तो # प्यार
होने का #कसुर हम पर आएगा.. ☆★
तेरी बेवफाई पर
इतना ही कहूँगा हमसफर,
मैं खुद को इस काबिल बनाऊंगा
की तेरी आँखे मेरे दीदार
को तरसेगी...!!
हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं
तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं…!
मुझे कुछ अफ़सोस नहीं कि मेरे पास सब
कुछ होना चाहिए था,,
मै उस वक़्त भी मुस्कुराता था जब मुझे
रोना चाहिए था..!!
किसी को पैसे देना ही पुण्य नहीं होता
अपनी अकड को जेब में रखकर एंबुलेंस को रास्ता देने से भी पुण्य मिलता है
एक वो है जिसने जाते वक़्त मुड कर
भी ना देखा हमें,
और एक हम है जो उन्हे देखने के लिए उल्टे पैर चले
जा रहे थे..
पूछा जो मैने बिछङते वक्त,
किसी ओर के होने जा रहे हो.....!!.
वो बोले मुस्कुरा के क्यूँ,
पहले तुम्हारे थे क्या ॥
"अपने काम से मतलब रखते है..
बेमतलब की बात नही करते..!"
"बस...रोटी को खुदा मानते है,
मजदूर मजहब की बात नही करते..!
जब हम छोटे थे तब सोने के लिये रोने का
नाटक
करते थे....
अब हम बडे हुये तो रोने के लिये सोने का
नाटक
करते हे
जानकार भी तुम मुझे जान ना पाए; आजतक तुम मुझे पहचान ना पाए; खुद ही की है बेवाफाई तुमने; ताकि तुम पर इल्ज़ाम ना आए!