वो अपने मेहंदी वाले हाथ मुझे दिखा कर रोई,
अब मैं हुँ किसी और की ये मुझे बता कर रोई,
पहले कहती थी कि नहीं जी सकती तेरे बिन,
आज फिर से वो बात दोहरा कर रोई.
कैसे कर लुँ उसकी महोब्बत पे शक यारो,
वो भरी महफिल में मुझे गले लगा कर रोई.

सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर

वो भी क्या दिन थे जब बच्चपन में कोई रिश्तेदार जाते समय 10₹ दे जाता था
और माँ 8₹ टीडीएस काटकर 2₹ थमा देती

मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता ,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
लेकिन हर कोई आप सब
की तरह
अनमोल नहीं होता !!!

जलने लगा है जमाना सारा
क्योंकी चलने लगा है नाम हमारा

मांग लूँ यह मन्नत की फिर यही जहाँ मिले
फिर वही गोद फिर वही माँ मिले

तू चैटिंग किसी से भी करले पर
मुझे पता है तू सेटिंग तो मुझसे ही करना चाहती है

इरादा कत्ल का था तो मेरा सर कलम कर देते
क्यू इश्क मे डाल कर तुने हर साँस पर मौत लिख दी

सफल लोग दूसरों की मदद के लिए हमेशा अवसर तलाशते रहता है
और वही असफल लोग कहते है इससे भला मेरा क्या फायदा

माना कि तुम लफ्जो के बादशाह हो
लेकिन हम भी खामोशियों पर राज किया करते है

भूख तो एक रोटी से भी. मिट जाती माँ
अगर थाली की वो एक. रोटी तेरे हाथ की होती

कामयाबी का जूनून होना चाहिए,
फिर मुश्किलो की क्या "ओकात"

संस्कार की बात मत कर पगली तू
हम तो Temple Run भी चप्पल उतार के खेलते हे

यह दुनिया भी कितनी अजीब है दोस्तों
आदमी से भरी आदमी की ही कमी है

गुलामी तो सिर्फ तेरे इश्क़ की ही थी
बाकी ये दिल पेहले भी नवाब था और आज भी नवाब हैं