टूटा हो दिल तो दुःख होता है; करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है; दर्द का एहसास तो तब होता है; जब किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और होता है।

इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है; बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है; किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो; पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है!

क्या कुछ न किया है और क्या कुछ नहीं करते; कुछ करते हैं ऐसा ब-खुदा कुछ नहीं करते; अपने मर्ज़-ए-गम का हकीम और कोई है; हम और तबीबों की दवा कुछ नहीं करते।

उम्मीद तो मंज़िल पे पहुँचने की बड़ी थी तक़दीर मगर न जाने कहाँ सोयी पड़ी थी; खुश थे कि गुजारेंगे रफाकत में सफ़र तन्हाई मगर अब बाहों को फैलाये खड़ी थी।

तुम ने जो दिल के अँधेरे में जलाया था कभी; वो दिया आज भी सीने में जला रखा है; देख आ कर दहकते हुए ज़ख्मों की बहार; मैंने अब तक तेरे गुलशन को सजा रखा है।

वो तो अपने दर्द रो-रो कर सुनाते रहे; हमारी तन्हाईयों से आँखें चुराते रहे; और हमें बेवफ़ा का नाम मिला; क्योंकि हम हर दर्द मुस्कुरा कर छिपाते रहे।

गहरी थी रात लेकिन हम खोए नही
दर्द बहूत था दिल में लेकिन हम रोए नही
कोई नही हमारा जो पूछे हमसे
जग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए ही नही

न मेरी कोई मंज़िल है न किनारा; तन्हाई मेरी महफ़िल और यादें मेरा सहारा; तुम से बिछड़ कि कुछ यूँ वक़्त गुज़ारा; कभी ज़िंदगी को तरसे तो कभी मौत को पुकारा।

हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने; तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने; तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला; बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने।

हर बात में आंसू बहाया नहीं करते; दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते; लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है; दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।

अजीब रंग का मौसम चला है कुछ दिन से; नज़र पे बोझ है और दिल खफा है कुछ दिन से; वो और थे जिसे तू जानता था बरसों से; मैं और हूँ जिसे तू मिल रहा है कुछ दिन से।

दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता; रोता है दिल जब वो पास नहीं होता; बरबाद हो गए हम उनकी मोहब्बत में; और वो कहते हैं कि इस तरह प्यार नहीं होता।

इश्क़ में जिसके ये अहवाल बना रखा है; अब वही कहता है इस वजह में क्या रखा है; ले चले हो मुझे इस बज्म में यारो लेकिन; कुछ मेरा हाल भी पहले से सुना रखा है।

जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है; मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हँसाना चाहता है; जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से; हर शख्स बस मुझे ही आज़माना चाहता है।

मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता ,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
लेकिन हर कोई आप सब
की तरह
अनमोल नहीं होता !!!