क़िस्मत बुरी या मैं बुरा ये फैसला न हो सका
मैं हर किसी का हो गया कोई मेरा हो न सका
क़िस्मत बुरी या मैं बुरा ये फैसला न हो सका
मैं हर किसी का हो गया कोई मेरा हो न सका
तेरी एक झलक में हम खुद को भूला बैठे
कसम से रोज़ तु आईने में खुद को कैसे देखती होगी
मेरी आँखें तेरे दीदार को तरसती हैं
मेरी नस-नस तेरे प्यार को तरसती हैं
तू ही बता दे कि तुझे बताएं कैसे
कि मेरी रूह तक तेरी याद में तड़पती है
शेर अच्छा बुरा नहीं होता
या तो होता है या नहीं होता
हर रोज हर वक्त तेरा ही तेरा ख्याल
ना जाने कौन से कर्ज की किश्त हो तुम
मै हारा भी तुझसे तो एक ही वजह थी
सुना था हारने वाले को तुम गले लगाते हो
मेरे शब्दो को इतनी शिद्दत से ना पढा करो
कुछ याद रह गया तो हमे भूल नही पाओगे
मोह्हबत का सबसे कमज़ोर पहलु ये है कि
ये किसी घटिया इंसान के साथ भी हो सकती है
मेरे कत्ल के लिए तो मीठी जुबां ही काफी है
अजीब शख्स था वो जो खंजर तलाश रहा था
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की…
हम तो बेवजह खुद को खुशनसीब समझनेलगे…
माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही है
पर ये सच है के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नहीे है
मुझे दफनाने से पहले मेरा दिल निकाल कर उसे दे देना
मैं नही चाहता के वो खेलना छोङ दे
नींद उड़ा कर मेरी कहते है वो कि सो जाओ कल बात करेंगे
अब वो ही हमें समझाए कि कल तक हम क्या करेंगे
बिन देखे तेरी तस्वीर बना सकते हैं बिन मिले तेरा हाल बता सकते है
हमारे प्यार में इतना दम है की तेरे आसूं अपनी ऑख से गिरा सकते हैं
Ithna तो किसी ने Chaha भी न Hoga
जितना Maine सिर्फ Socha है Tumhe