मुझे वो रिश्ता चाहिए है
जिसमें मैं या तुम ना हो बस हम हो
मुझे वो रिश्ता चाहिए है
जिसमें मैं या तुम ना हो बस हम हो
जो लोग दर्द को समझते हैँ
वो कभी भी दर्द की वजह नहीँ बनते
जैसे बयान से मुकर जाये कोई गवाह
बस इतनी सी ही बेवफा थी वो
भले ही अपने जीगरी दोस्त कम हैं
पर जीतने भी है परमाणु बम हैं
बडी देर करदी मेरा दिल तोडने मे
न जाने कितने शायर आगे चले गये
इधर आओ जी भर के हुनर आज़माएँ
तुम तीर आज़माओ, हम ज़िग़र आज़माएँ
ना वो मिलती है, ना मैं रुकता हूँ
पता नहीं रास्ता गलत है या मंजिल!
शानदार जगा पे जाना और जानदार लोगो से
दोस्ती करना ये मेरा शौंक हे
अपने मेँ हुआ वो मशरुफ इतना कि
किस किस को भुल गया उसे यह भी याद नहीँ
ना कर शक मेरी मोहबत पर ए पगली
सबूत देने पर आया तो तू बदनाम हो जायेगी
एक उसूल पर गुज़ारी है ज़िन्दगी मेने
जिसे अपना माना उसे कभी परखा नहीं
हम तो आइना है दाग दिखाएंगे चेहरे के
जिसे बुरा लगे वो सामने से हट जाए
औकात क्या है तेरी ए जिँदगी
चार दिन कि मुहोब्बत तुझे तबाह कर देती है
एक वो PAGLI मुजे समजती नही और
यहा जमाना DP और STATUS को देख कर मेरे DEEWANE होते जा रहे है
इतनी मनमानियाँ भी अच्छी नहीं होती
तुम सिर्फ अपने ही नहीं मेरे भी हो