तुम्हारे जिस्म की ख़ुश्बू गुलों से आती है,
ख़बर तक तुम्हारी अब दूसरों से आती है..

मेरे attitude पर मत जाना तुम्हारे समझ नही आएगा
दिल से मत समझना वरना दिल ही निकाल जायेगा

वैसे दुश्मनी तो हम चिटी से भी नहीं करते
लेकिन बीच में आया तो शेर को भी नहीं छोडते

रिश्ते खराब होने की एक वजह ये भी है
कि लोग अक्सर टूटना पसंद करते है पर झुकना नहीं

मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पे खतम...!!
ये वो जुल्म हैं जिसे लोग मोहब्बत कहते हैं...!!

खामोश हूँ मै बस तुम्हारी हर खुशी के लिए
पर ये भी ना सोचो कि मेरा दिल दुखता ना होगा

मैंने हर दर्द में इंसान को ही मरते देखा है,
कम्बख्त इश्क़ तुझे मौत क्यों नहीं आती..

उस शक्श से फ़क़त इतना सा ताल्लुक हैं मेरा
वो परेशान होता है तो मुझे नींद नही आती है

कैसे ये कह दूं की "तुमसे मोहब्बत नहीं"
मुँह से निकला झूठ "आँखों से पकड़ा जायेगा"

है जो तुझमे दम तो दे दे आज इन लबों पे हँसी,
कल तो हम भी ढूँढ लेगे वजह मुस्कुराने की...!!

हमें तो कब से पता था के तू बेवफा है
तुझे चाहा इसलिए था की शायद तेरी फितरत बदल जाये

मोहब्बत जीत जाएगी अगर तुम मान जाओ तो
मेरे दिल मैं तुम ही तुम हो अगर तुम जान जाओ तो

खुशबू क्यूँ न आये मेरी बातों से यारो.
मैंने बरसों से एक ही फूल से मोहोब्त्त की है.

ये तो शौक है मेरा दर्द लफ्जो मे बयां करने का
नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है

कितनी खूबसूरत सी हो जाती है उस वक्त दुनिया
जब अपना कोई कहता है कि तुम याद आ रहे हो