यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ बेबस कर के
ऐसा ना हो के खुद से भी बिछड़ जाऊं और तू भी ना मिले

बुजदील हम नही जो पीछे से वार करते है
अरे हम तो वो है जो शेर को भी जगा कर शिकार करते है

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा

इतिहास में जाके सुन लेना हमारी कहानी
खून बहाया इतना नही था जितना नदियों में पानी

ना मज़हब ना शोहरत और ना ही रंगो का फ़र्क़ था
ऐे मौत तेरे डर से कल सभी चेहरे एक से नजर आये

नफरत जितनी चिंगारियाँ को बुझाती है प्रेम उससे कहीं अधिक चिंगारियाँ पैदा करता है।

हँसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर थी मेरी, पर कोई हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता...

ख़ाक़ को बुत, और बुत को देवता करता है इश्क़
इन्तहा ये है के बंदे को ख़ुदा करता है इश्क़..
=RPS

माना की दूरियां कुछ बढ़ सी गयीं हैं लेकिन
तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तन्हा गुजरता है

इक उम्र गुजार दी हमने रिश्तो का मतलब समझने में
लोग मसरूफ है मतलब के रिश्ते बनाने म

तुम्हारी नफरत पर भी लुटा दी ज़िंदगी हमने,
सोचो अगर तुम मोहब्बत करते तो हम क्या करते

पगली तु हमारे शौख का अंदाजा कया लगाओगी
हम तो मोरारी बापु की कथा भी वुफर मे सुनते है

नादान बहोत हैं वोह जैसे कुछ समझते ही नहीं
सीने से लगा कर पूछते हैं घडकन क्यु तेज है

दम नहीं किसी में जो मिटा सके हमारी हस्ती को
जंग तलवारो को लगती है नेक इरादो को नहीं

ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूँ
मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता