अगर ​​हम जीवन में महान चीजें नहीं कर सकते तो प्रेम के साथ छोटी चीजें जरुर कर सकते है।

मालूम नहीं क्यूँ मगर कभी-कभी
अल्फाजों से ज्यादा मुझे तेरा नाम लिखना अच्छा लगता है

तुझे क्या लगा तु मुझे छोड कर चली जाएगी तो मैं मर जाऊंगा
अरे पगली लडकी है तु OxyGeN नहीं
N.K.G

जरा बताओ तो किसे गुरुर है अपनी दौलत पर
चलो उसे बादशाहों से भरा कब्रस्तान दिखाता हु

न कर मुझे प्यार इतना तू कि दिल मे समा न सके
बस कर इतनी वफ़ा कि तू छोड़ मुझे कहि जा ना सके।

देख ली ना मेरे आँसू की ताकत तुमने
रात मेरी आँखें नम थी
.
आज तेरा सारा शहर भीगा हैं ..

मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना

हमारा तर्जुबा हमें ये भी सिखाता है
जो जितना मक्खन लगाता है वो उतना ही चूना लगाता है

बेशक तेरे हजारो दीवाने थे पर जब बात महोब्बत
की आई दुनीया वालो ने अकसर मुजे याद कीया

शेर को सवा शेर कही ना कही जरुर मिलता है,
और रही बात हमारी तो हम तो बचपन से ही शिकारी है..

तुम न लगा पाओगे अंदाजा मेरी बर्बादियों का
तुमने देखा ही कहा है मुझे शाम होने के बाद

रिश्वत भी नहीं लेती कम्बख्त जान छोड़ने
की….!
ये तेरी याद मुझे बहुत ईमानदार लगती है.

पटाने को हम भी पटा लें मुहल्ले क़ी सारी लडकियाँ
पर हमें इश्क का शौक है आवारगी का नही

बात इतनी सी थी कि तुम अच्छे लगते थे; अब बात इतनी बढ़ गई है कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता।

वो ‪महफिल‬ में अपनी ‎वफ़ा‬ का जिक्र कर रही थी,
जब नजर ‪मुझ‬ पर पड़ी तो बात ही ‪बदल‬ दी