इश्क के रिश्ते भी बड़े नाजुक होते है दोस्तो,
रात को नम्बर बिजी आने पर भी टूट जाते है..
इश्क के रिश्ते भी बड़े नाजुक होते है दोस्तो,
रात को नम्बर बिजी आने पर भी टूट जाते है..
क्या बटवारा था हाथ की लकीरों का भी
उसके हिस्से में प्यार मेरे हिस्से में इंतज़ार
ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेच पाता हू
फिर भी मै ना जाने क्यु हर रोज कमाने जाता हू.
मेरी कहानी खत्म हो तो कुछ ऐसे खत्म हो की
लोग रोने लगे मेरे लिए तालियाँ बजाते बजाते
इश्क़ में नकाम होना भी जरुरी है शायरी के लिए
अगर कलम लिखती तो हर दुकानदार शायर होता.
इतिहास में जाके सुन लेना हमारी कहानी,
खून बहाया इतना नही था जितना नदियों में पानी..!!
नाज है मुझे मेरे प्यार पर ना वो बेवफा ना मै बेवफा
बस मॉ बाप के फर्ज ने हमको जुदा किया
नज़र अंदाज़ करते हो लो हट जाते है नज़रों से
इन्हीं नज़रों से ढूंढोगे नज़र जब हम ना आएंगे....
मुझे दफनाने से पहले मेरा
दिल निकाल कर उसे दे देना
मैं नही चाहता के वो खेलना छोङ दे
इससे बढ़कर तुझे और कितना करीब लाँऊ मैं
तुझे दिल में रखकर भी तुझ बिन मेरा दिल नहीं लगता
मुझे इस बात का गम नहीं कि बदल गया ज़माना; मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो कहीं तुम ना बदल जाना!
मैंने भी दिल के दरवाजे पर चिपका दी है एक चेतावनी
फ़ना होने का दम रखना तभी भीतर कदम रखना
शिकायत तुम्हें वक्त से नहीं खुद से होगी
कि मोहब्बत सामने थी और तुम दुनिया में उलझी रही
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल
ये प्यास किसी के मिलने से भुजेगी तेरे बरसने से नही
ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर
कभी मेरी आँखों से आकर पूछ के कितनी हसीन है तू