उस रात से हम ने सोना ही छोड़ दिया
यारो
जिस रात उस ने कहा के सुबह आंख खुलते ही
मुझे भूल जाना..!

हम तो बातो-बातो में दिल की बात कह
जाते हैं... और कई
लोग... गीता पर हाथ रख कर भी, सच नहीं
कह पाते है..!!

कुछ इसलिए भी पंसद आते है सच बोलने वाले लोग
कि वो खुद टुट जाते है मगर किसी का दिल टुटने नही देते

देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीम
जा जमा ले महफिल दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है

शब्दों से ही लोगों के दिलों पे राज़ किया जाता हैं
चेहरे का क्या किसी भी हादसे मे बदल सकता हैं

उठाकर फूल की पत्ती उसने बङी नजाकत से मसल दी
इशारो इशारो मेँ कह दिया की हम दिल का ये हाल करते है

👍👍👍👍
ये वहम है मेरा कि मुझे बेहोश
करती है शराब
होश था ही कब मुझे,
तुझसे इश्क़ होने के बाद..

मेरी तकदीर को बदल देंगे मेरे बुलंद इरादे,
मेरी किस्मत नहीं मोहताज मेरे हाँथों कि लकीरों कि !!!

तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफ़ा
वरना तू सुर्खियों में रहे तेरी इतनी औकात नहीं

आंसु निकल पड़े ख्वाब मैं तुझे दुर जाता देख कर,
ऑख खुली तो एहसास हुआ इश्क सोते हुए भी रूलाता है..!!

मेरा ईश्क हदें तब भूल जाता है जब लड़ते लड़ते वो कहती है
लेकिन प्यार मैं ज्यादा करती हूं तुमसे

इतना जलाने के बाद भी वो ज़ालिम धुआं ढूंढते हे
निकलते हे आंसू कहाँ से इतने पूछकर कुआं ढूंढते हे

टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया
वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी.

जिसको गलत तस्वीर दिखाई उसको ही बस खुश रख पाया
जिसके सामने आईना रक्खा हर शख्स वो मुझसे रूठ गया

तलवार कि धार से ज्यादा हमारी जुबान चलति हें
मौत का ख्वाब क्या दिखाता हे वो तो खुद हमसे डरती हे