रिश्ते अगर बढ़ जाये हद से तो ग़म मिलते है
इसलिए आजकल हम हर शख्स से कम मिलते है
रिश्ते अगर बढ़ जाये हद से तो ग़म मिलते है
इसलिए आजकल हम हर शख्स से कम मिलते है
मुसीबतो से उभरती है शख्सियत यारो,
जो चट्टानों से न उलझे वो झरना किस काम का..
मेरे शब्दो को इतनी शिद्दत से ना पढा करो,
कुछ याद रह गया तो हमे भूल नही पाओगे
उसको गैरोँ से बात करते देखा तो तकलीफ हुई
फिर याद आया हम कौन सा उसके अपने थे
दिल जलाने की आदत उनकी आज भी नहीं गयी
वो आज भी फूल बगल वाली कबर पर रख जाते हैं
क्या बात है सभी लोग चुप चाप बैठे हो।
कोई बात दिल पे लगी है या दिल लगा बैठे हो?
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू !
मेरी तलाश का जुर्म है या मेरी वफा का क़सूर; जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला।
घटा में छुपके सितारे फ़ना नहीं होते
अँधेरी रात में दिल को दिये बनाके जियो
काश उनको कभी फुर्सत में ये ख़याल आए
कि कोई याद करता है उन्हें जिंदगी समझकर
बुरी आदतें अगर वक़्त पे ना बदलीं जायें
तो वो आदतें आपका वक़्त बदल देती हैं
रोने से अगर सवर जाते हालात किसी के
तो मुझसे ज्यादा खुशनसीब कोई और नही होता
हमे Kisine ने पूछा भाई तुम्हारा Status इतना Must केसे Rehta हे
Maine कहा बस जलने वालो कि दुवा हे
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा
तो हम तुमसे नही तुम हमसे मोहब्बत करते
मेरे दुश्मन मेरे लिऐ सिगरेट के धुऐं की तरह हैं
जिधर चाहूं उधर उड़ा सकता हूं