तेरी मजबूरियाँ भी होंगी चलो मान लेते है
मगर तेरा वादा भी था मुझे याद रखने का
तेरी मजबूरियाँ भी होंगी चलो मान लेते है
मगर तेरा वादा भी था मुझे याद रखने का
अब के अब तस्लीम कर ले तु नहीं तो मैं सही; कौन मानेगा कि हम में से बेवफा कोई नहीं।
अगर मालूम होता की इतना तड़पाता है इश्क,
तो दिल जोड़ने से पहले हाथ जोड़ लेते।
नफरतों को जलाओ मोहोब्बत की रौशनी होगी
वरना इंसान जब भी जले हैं ख़ाक ही हुए है
मोहब्बत ना सही मुकदमा ही कर दे मुझ पर
कम से कम तारीख दर तारीख मुलाक़ात तो होगी
आज किसी ने ये बात कहके दिल तोड़ दिया
की लोग तेरे नहीं तेरी शायरी के दीवाने है
यही बहुत है कि तूने पलट कर देख लिया
ये लुत्फ़ भी मेरी उम्मीद से बहुत ज्यादा है
साँसों का टूट जाना तो आम बात है दोस्तों
जहाँ अपने बदल जाये मौत तो उसे कहते है
तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं
जब महसूस हो कि सारा शहर तुमसे जलने लगा है...
समझ लेना तुम्हारा नाम चलने लगा है.....
तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं
मेरे चेहरे से जो जाहिर है जरा पढके बता
सुना है मेरे दोस्त तू पढा लिखा बहुत है
वैसे तो लोग प्यार झूठ से करते बहुत है
बात दिल दुखाने की हो तो सच बोलते बहुत है
हम मतलबी नहीं कि चाहने वाले को धोखा दें
बस हमें समझना हर किसी के बस की बात नही
वो छोटी छोटी उड़ानों पे गुरुर नहीं करता
जो परिंदा अपने लिये आसमान ढूँढ़ता है !!