लोग बेवजह ढूँढते हैँ खुदखुशी के तरीके हजार;
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इश्क करके क्यों नहीँ देख लेते वो एक बार।
लोग बेवजह ढूँढते हैँ खुदखुशी के तरीके हजार;
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इश्क करके क्यों नहीँ देख लेते वो एक बार।
नाम और बदनाम में क्या फर्क है
नाम खुद कमाना पड़ता है और
बदनामी लोग आपको कमा के देते हैं
उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा
आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतज़ार में..!!
ऐसी बेरुखी भी देखी है हम ने के लोग आप से तुम तक तुम से जान तक
फिर जान से अनजान तक हो जाते है
तेरी दुआओ का दस्तुर भी अजब है मेरे मौला
मुहबबत उन्ही को मिलती है जिन्हे निभानी नही आती
अभी इतनी जल्दी क्या है मुझे छोड़ने की
मेरी साँसें अभी बाकी हैं और कोशिश करलो तोड़ने की
जिस पेड के पत्ते होते है
वही पत्ते सूखते है,
जिस दिल मे मोहबत होती है वही दिल टूटते है
ऐसे मौसम में क्यों ना मयख़ाना सजाएँ...🍺
चाय तो वो पीते हैं,
जिनके लीवर में दम नहीं होता...😎
यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने निकले है
कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले है
मोहब्बत भी कितना प्यारा लफ्ज़ हैं पूरा कहने से
पहले ही एक होठ दूसरे होठ को चुम लेते हैं।
यहाँ हजारों शायर है जो तख़्त बदलने निकले है
कुछ मेरे जैसे पागल है जो वक़्त बदलने निकले है
तनहाई से तंग आकर हम मोहोब्बत के तलाश में निकले
मगर मोहोब्बत भी ऐसी मिली की और तनहा कर गई
आज मेने कहा उसको आँखे बन्द कर देख लो न
मुझे उसने कह
दिया मुझे तुम्हारा चेहरा याद नहीं....
तुझ से दूर रहकर मोहब्बत बढती जा रही है
क्या कहूँ केसे कहूँ ये दुरी तुझे और करीब ला रही है
कहते हैं कि बिना मेहनत किए कुछ पा नही सकते
ना जाने गम पाने के लिए कौनसी मेहनत कर ली मैंने