बडे अजीब है इस दुनिया में लोग...
ये ऊपरवाले को तो एक मानते हैं,
लेकिन ऊपरवाले कि एक नही मानते !!!

मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे; एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे; तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।

जिसे शिद्दत से चाहो वो मुद्दत से मिलता है
बस मुद्दत से ही नहीं मिला कोई शिद्दत से चाहने वाला

सब का तो मुदावा कर डाला अपना ही मुदावा कर न सके; सब के तो गिरेबाँ सी डाले अपना ही गिरेबाँ भूल गए।

चूम कर कफ़न मेँ लिपटे मेरे चेहरे को; उसने तड़प के कहा नये कपड़े क्या पहन लिए; मेरी तरफ देखते भी नही।

न लफ़्ज़ों का लहू निकलता है न किताबें बोल पाती हैं
मेरे दर्द के थे दो गवाह दोनों बे-जुबान निकले

अगर वो मेरे मरने की खबर पुछे तो कह देना,
कि किसी की यादो मे था इतना खोया की सांस लेना भुल गया..
=RPS

ये सानेहा भी मोहब्बत में बार-हा गुज़रा; कि उस ने हाल भी पूछा तो आँख भर आई। शब्दार्थ: सानेहा = घटना

वो बोली मेरा भाई बहुत बड़ा ‪‎Badmash‬ है
मैं बोला अपने भाई से कह दे की तेरी टक्कर का ‪जीजा‬ मिल गया है

हम उनसे तो लड़ सकते हैं जो खुले आम दुश्मनी रखते हैं
पर उनका क्या करें जो साथ रहकर वार करते हैं

वक्त का तकाजा हर फर्ज़ को मजबूर करता है
वरना कौन पिता अपनी चाँद सी बेटी को अपने से दूर करता है

हम तो बातो-बातो में दिल की बात कह
जाते हैं... और कई
लोग... गीता पर हाथ रख कर भी, सच नहीं
कह पाते है..!!

देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीम
जा जमा ले महफिल दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है

मेरी तकदीर को बदल देंगे मेरे बुलंद इरादे,
मेरी किस्मत नहीं मोहताज मेरे हाँथों कि लकीरों कि !!!

मुझे रुला कर सोना तो तेरी आदत बन गई है
जिस दिन मेरी आँख ना खुली बेशक तुझे नींद से नफरत हो जायगी