कोई इतना अमीर नहीं होता कि वो अपना गुज़ारा हुआ कल खरीद सके और कोई इतना भी गरीब नही होता कि वो अपना आने वाला कल न बदल सके।

तू छोड़ दे कोशिशें इन्सानों को पहचानने की...!
यहाँ जरुरतों के हिसाब से सब बदलते नकाब हैं...!
अपने गुनाहों पर सौ पर्दे डालकर हर शख़्स कहता है ज़माना बड़ा ख़राब है।

संघर्ष में आदमी अकेला होता है; सफलता में दुनिया उसके साथ होती है; जब-जब जग उस पर हँसा है; तब-तब उसी ने इतिहास रचा है।

मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है; ज़िंदगी में हर मोड़ पर एक इम्तिहान होता है; डरने वालों को मिलता नहीं ज़िंदगी में कुछ भी; लड़ने वालों के क़दमों में सारा जहान होता है।

कोई लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं हारा वही जो लड़ा नहीं।

नदी जब किनारा छोड़ देती है; राह की चट्टानों को भी तोड़ देती है; बात छोटी सी भी अगर चुभ जाये दिल में; तो ज़िंदगी के रास्ते और दिशा बदल देती है।

तजुर्बे ने शेरों को खामोश रहना सिखाया; क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता; कुत्ते भौंकते हैं अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए; मगऱ जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बयाँ करता है।

कभी भी हार मत मानो। जब तुम्हारा दिल थक जाये तो अपने पैरों से चलते रहो पर आगे बढ़ते रहो।

बेहतर से बेहतर की तलाश करो; मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश करो; टूट जाता है शीशा पत्थर की चोट से; टूट जाये पत्थर कोई ऐसा शीशा तलाश करो।

कभी उसको नजरअंदाज न करो
जो तुम्हारी बहुत परवाह करता हो
वरना किसी दिन तुम्हें एहसास होगा
के पत्थर जमा करते करते तुमने हीरा गवा दिया

किसी ने मुझसे पुछा की तुम इतने खुश कैसे रह लेते हो
तो मैने कहा मैनें ज़िन्दगी की गाड़ी से वो साइड ग्लास ही हटा दिया
जिसमे पीछे छूटे रास्ते और रिश्ते नज़र आते हैं

विकल्प मिलेंगे बहुत मार्ग भटकाने के लिए; संकल्प एक ही काफी है मंज़िल तक जाने के लिए।

नज़र और नसीब का कुछ ऐसा इत्तफाक हैं कि
नज़र को अक्सर वही चीज़ पसंद आती हैं जो नसीब में नहीं होती
और नसीब में लिखी चीज़ अक्सर नज़र नहीं आती है

इंसान के कंधों पर ईंसान जा रहा था
कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था
जिन्हें मिली बे-वफ़ाई महोब्बत में
वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था

जिंदगी एक आइना है यहाँ पर हर कुछ छुपाना पड़ता है
दिल में हो लाख गम फिर भी महफ़िल में मुस्कुराना पड़ता है