नही देखा मैंने कभी भगवान को लेकीन ईसकी जरुरत क्या होगी
मां तेरी सुरत से अलग उस्की सुरत क्या होगी

वो ज़हर देकर मारते तो दुनिया की नज़र में आ जाते; अंदाजे कत्ल तो देखो मोहब्बत करके हमसे शादी ही कर ली।

उन्होंने देखा हमें तिरछी नज़र से तो हम मदहोश हो गए; जब पता चला कि उनके नैन ही तिरछे हैं तो हम बेहोश हो गए!

सफल लोग दूसरों की मदद के लिए हमेशा अवसर तलाशते रहता है
और वही असफल लोग कहते है इससे भला मेरा क्या फायदा

ऐसी वाणी बोलिये कि सब से झगडा होए; ऐसी वाणी बोलिये कि सब से झगडा होए; पर उस से झगडा ना करें जो आप से तगड़ा होए!

मोहब्बत का सफर लंबा हुआ​;​​​तो क्या हुआ थोड़ा तुम चलो​;​थोड़ा हम चले थोड़ा तुम चलो;​​थोड़ा हम चले फिर रिक्शा कर लेंगे।

कितना बेबस है इंसान किस्मत के आगे! हर सपना टूट जाता है हकीकत के आगे! जिसने कभी हाथ न फेलाया हो वो भी हाथ फेलता है `गोलगप्पे वाले` के आगे!

हसरत ए दीदार के लिये उसकी गली में मोबाईल की दुकान खोली
मत पूछो अब हालात ए बेबसी ऐ गालिब
रोज़ एक नया शख्स उनके नम्बर पे रीचार्ज़ करवानें आता है

बोर्ड रिजल्ट्स का नाम बजाते रहो रख देना चाहिये
क्योंकि इनके आने पे किसी स्टूडेंट के यहाँ ढोल बज रहे होते हैं
कोई स्टूडेंट खुद बज रहा होता है

खुदा करे कि तुझे खुशियों का संसार मिले; हर पल तुझे खुशियाँ हज़ार मिलें; रब्ब करे तेरी गर्लफ्रेंड तुझे राखी बांध जाए; और तुझे एक और बहन का प्यार मिले!

लड़का:-बर्थडे पर मुझे किस चाहिए
लड़की:-हमेशा गन्दी चीज मांगते हो कुछ और मांग लो
लड़का:- iphone 6 दिला दो
लड़की: यार मैं तो मजाक कर रही थी
Lips Kiss चाहिए या गाल पर

मोहब्बत करने वालों को इनकार अच्छा नहीं लगता; इस दुनिया के बाशिंदों को इकरार अच्छा नहीं लगता; जब तक लड़का भगा नहीं ले जाए लड़की को; तब तक लोगों को प्यार सच्चा नहीं लगता!

तुम्हारा साया बन कर ता उम्र तुम्हारा साथ निभायेंगे; हर एक कदम तुम्हारी राहों को फूलों से सजायेंगे; अगर मौत ने जुदा कर भी दिया ए दोस्त हमें तुमसे; तो तुम्हारी खिड़की के सामने वाले पेड़ पर; प्रेत बन कर उलटे लटक जायेंगे!

एक ताऊ, पहली बार अपने गाँव से कहीं बाहर जाने के लिए स्टेट ट्रान्सपोर्ट की बस में सवार हुआ.!!
कंडक्टर ने, ठीक ड्राइवर के पास वाली सीट पर उसे बैठा दिया,
बस चलते समय ताऊ बड़े आश्चर्य से इतनी विशाल बस को चलाते ड्राइवर को ही देखता रहा!
एक घंटे बाद, चाय पानी के लिए एक ढाबे के सामने बस रुकी और ड्राइवर भी चाय पीने चला गया.!!
वापस लौटा तो देखा कि गियर चेंज करने वाली रॉड गायब थी.!!
वो गुस्से से चिल्लाया-" यहाँ लगी रॉड किसने निकाली ? "
उसके पास की सीट पर बैठा वो ताऊ बड़ी नम्रता से बोला
अरे पहलवान नाराज क्यों होते हो.!
रास्ते भर मैं कब से देख रहा हूँ कि तू बस चलाते चलाते बार बार ये लोहे का लट्ठ निकालने की कोशिश कर रहा था.!!
तू और परेशान ना हों इसलिए मैंने ही लठ्ठ उखाड़ लिया। ये ले गाबरू....!!
ड्राईवर अभी कोमा में है .!!

देना है ये दिल किसी को दान में यारो; है कोई मस्त माल ध्यान में तो बताओ!