मैंने चाहा तुझे अबला समझ कर; मैंने चाहा तुझे अबला समझ कर; तेरे बाप ने पीट दिया मुझे तबला समझ कर।

हीर रो-रो कर रांझे से कह रही है; हीर रो-रो कर रांझे से कह रही है; . . . . . हाथ छोड़ कमीने मेरी नाक बह रही है।

दिली तमन्ना है कि मैं भी अपनी पलकों पे बैठाऊँ तुझको; बस तू अपना वजन कम करले तो मेरा काम आसान हो जाए!

उसूल-ए-वफ़ा: ये मोहब्बत नहीं उसूल-ए-वफ़ा है; ऐ दोस्त हम जान तो दे देंगे मगर अपनी जान का नंबर नहीं देंगे!

लोगों को प्यार में नींद नहीं आती
मैंने सोचा मुझे भी प्यार हुआ है
फिर याद आया सोमवार को पेपर है

पानी आने की बात करते हो; दिल जलाने की बात करते हो; चार दिन से मुंह नहीं धोया; तुम नहाने की बात करते हो।

रोये वो इस कदर उनकी लाश से लिपट कर कि लाश खुद उठकर बोली
ले तू मरजा पहले ऊपर ही चढ़े जा रही है इतनी गर्मी मैं

लैला ने तो प्यार किया; पर मजनू की किस्मत जाग गई; मजनू ने इतने प्रेम पत्र लिखे कि; लैला डाकिये के साथ भाग गयी।

आँखों से आँसू छलक पड़े बेरोजगारी के उस; अहसास पे ग़ालिब जब घर वाली ने कहा; ए जी खाली बैठे हो तो ये मटर ही छील दो ।

चूल्हे पे रखा तवा गर्म है; वाह-वाह; चूल्हे पे रखा तवा गर्म है; आज कल की लड़कियों से ज़्यादा तो लड़कों में शर्म है!

एक आप हो कितने अच्छे हो! एक आप हो कि कितने सुंदर हो! एक आप हो कि कितने सच्चे हो! और एक हम है कि झूठ पर झूठ बोले जा रहे है!

ये रात में मोटरसाइकील के पीछे कुत्ते ऐसे तेजी से भागते हैं
जैसे अगले चौराहे पे 2 झापड़ मार के गाडी छीन ही लेंगे

हम दुआ करते हैं खुदा से; कि वो आप जैसा दोस्त और ना बनाए; एक कार्टून जैसी चीज़ जो हमारे पास है; कहीं वो भी कॉमन ना हो जाए!

तु तो दादागिरि की बात करता है पगले
हम तो उस जाती के लोग है जो जंगल मे पाव रखदे तो

शेर भी आकर बोलता है पाय लागु भाई

हर गम को पाला नही जाता; काँच की चीज़ों को उछाला नही जाता; कुछ करना है तो मेहनत करो; हर बात को आल इज वेल कहकर टाला नही जाता!